इंदौर में 14 लाख रुपये की नकदी से भरे पार्सल की ‘‘लूट’’ मामले में दो पुलिस आरक्षक गिरफ्तार

डीएन ब्यूरो

इंदौर में 14 लाख रुपये की नकदी से भरा पार्सल लूटने के आरोप में दो पुलिस आरक्षकों को गिरफ्तार किया गया है। यह पार्सल एक यात्री बस के जरिये अहमदाबाद भेजा रहा था। पुलिस के एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

14 लाख रुपये की नकदी से भरे पार्सल की ‘‘लूट’’ मामले में दो पुलिस आरक्षक गिरफ्तार
14 लाख रुपये की नकदी से भरे पार्सल की ‘‘लूट’’ मामले में दो पुलिस आरक्षक गिरफ्तार


इंदौर (मध्यप्रदेश):  इंदौर में 14 लाख रुपये की नकदी से भरा पार्सल लूटने के आरोप में दो पुलिस आरक्षकों को गिरफ्तार किया गया है। यह पार्सल एक यात्री बस के जरिये अहमदाबाद भेजा रहा था। पुलिस के एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त अभिनय विश्वकर्मा ने संवाददाताओं को बताया कि चंदन नगर पुलिस थाने में तैनात पुलिस आरक्षक-योगेश और दीपक को भारतीय दंड विधान की धारा 392 (लूट) के तहत गिरफ्तार किया गया है।

उन्होंने बताया कि स्थानीय कारोबारी अंकित जैन ने 14 लाख रुपये की नकदी से भरा पार्सल 23 दिसंबर को एक निजी ट्रैवल्स की बस के जरिये अहमदाबाद के किसी कन्हैयालाल को भिजवाया था, लेकिन इस व्यक्ति तक पार्सल नहीं पहुंचने पर कारोबारी ने बस चालक नरेंद्र तिवारी के खिलाफ अमानत में खयानत का मामला दर्ज करा दिया था।

यह भी पढ़ें | Indore: एमपी में पांच खालिस्तानी आतंकी गिरफ्तार,करते थे हथियार सप्लाई

विश्वकर्मा ने बताया,‘‘बस चालक और अन्य लोगों से पूछताछ पर पता चला कि दोनों पुलिस आरक्षकों ने बस रुकवाई और वे नकदी से भरे पार्सल को जबरन अपने साथ ले गए। पुलिस आरक्षकों ने बस से इस पार्सल को जब्त किए जाने का न तो पंचनामा बनाया, न ही पार्सल का कोई ब्योरा पुलिस थाने के रिकॉर्ड में दर्ज किया।’’

उन्होंने बताया कि कथित लूट की 14 लाख रुपये की नकदी पुलिस आरक्षकों से अब तक बरामद नहीं की जा सकी है।

अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त ने यह भी बताया कि कारोबारी जैन ने निजी ट्रैवल्स के कर्मचारियों को यह बताकर अहमदाबाद के लिए पार्सल भिजवाया था कि इसमें मिठाई रखी है।

यह भी पढ़ें | नोएडा में गौकशी का आरोपी मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार

उन्होंने बताया कि दूसरे प्रदेश में पार्सल के जरिये नकदी भेजे जाने के बारे में आयकर विभाग को सूचना दी जा रही है और पता लगाया जा रहा है कि यह राशि कहीं हवाला कारोबार से तो नहीं जुड़ी थी।

 










संबंधित समाचार