Triple Murder: कौशांबी के तिहरे हत्याकांड में फरार छह और अभियुक्त गिरफ्तार

डीएन ब्यूरो

उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले के संदीपन घाट पर भूमि विवाद को लेकर हाल ही में एक दलित परिवार के तीन सदस्यों की हत्या में कथित तौर पर शामिल छह लोगों को पुलिस ने बृहस्पतिवार को गिरफ्तार कर लिया। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

तिहरे हत्याकांड में फरार छह और अभियुक्त गिरफ्तार
तिहरे हत्याकांड में फरार छह और अभियुक्त गिरफ्तार


कौशांबी: उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले के संदीपन घाट पर भूमि विवाद को लेकर हाल ही में एक दलित परिवार के तीन सदस्यों की हत्या में कथित तौर पर शामिल छह लोगों को पुलिस ने बृहस्पतिवार को गिरफ्तार कर लिया।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार पुलिस अधीक्षक ब्रजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि मामले के आठ आरोपियों में से छह फरार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया । दो अरोपी को घटना के बाद 15 सितंबर को ही गिरफ्तार कर लिया गया था ।

संदीपन घाट इलाके में एक दलित परिवार के तीन सदस्यों शिवशरण (30), उसकी पत्नी बृजकली (25) और उसके ससुर होरीलाल (60) की कथित रूप से भूमि विवाद को लेकर 15 सितंबर को हत्या कर दी गई थी, इस वारदात के बाद नाराज ग्रामीणों ने गांव की कई झोपड़ियों में आग लगा दी।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि 20/21 सितंबर की रात को गिरफ्तार किए गए छह आरोपियों में यादवेंद्र उर्फ ​​​​गुड्डू यादव, अरविंद सिंह यादव, अमित सिंह चौहान, अनुज सिंह चौहान, पुलिस कांस्टेबल सुरेश सिंह और तीरथ निषाद शामिल है।

आरोपी पिछड़ी जाति के हैं और वे शिवशरण को जमीन से हटाकर उसे हड़पना चाहते थे। इस मामले में दो आरोपी अमर सिंह और अजीत सिंह पहले गिरफ्तार किये जा चुके हैं।

पुलिस ने आरोपियों के पास से देशी पिस्तौल, राइफल और कारतूस बरामद किए हैं।

श्रीवास्तव ने बताया कि घटना का मास्टरमाइंड सिपाही सुरेश सिंह है। पूछताछ के दौरान तीन अन्य लोगों के नाम भी सामने आये हैं। पुलिस उनकी गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है।

उन्होंने बताया कि शिवशरण ने तीन साल पहले पांडा चौराहे के पास छबीले पुर गांव में अपनी ससुराल के पास जमीन का एक टुकड़ा खरीदा था। उसने उस जमीन पर मकान बना लिया और बृजकली के साथ वहीं रहने लगा।

श्रीवास्तव ने कहा कि होरीलाल के बेटे सुभाष कुमार की शिकायत पर भारतीय दंड संहिता और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के प्रावधानों और आईपीसी 120 बी (साजिश) और शस्त्र अधिनियम के तहत आठ लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।










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