Militants Surrender:असम में आदिवासी उग्रवादियों ने किया आत्मसमर्पण
सरकार के साथ शांति समझौते पर हस्ताक्षर करने के चार महीने बाद ऑल आदिवासी नेशनल लिबरेशन आर्मी (एएएनएलए) के 46 से अधिक नेताओं और कार्यकर्ताओं ने रविवार को असम के सोनितपुर जिले में आत्मसमर्पण करने के साथ अपने हथियार डाल दिए। पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
तेजपुर: सरकार के साथ शांति समझौते पर हस्ताक्षर करने के चार महीने बाद ऑल आदिवासी नेशनल लिबरेशन आर्मी (एएएनएलए) के 46 से अधिक नेताओं और कार्यकर्ताओं ने रविवार को असम के सोनितपुर जिले में आत्मसमर्पण करने के साथ अपने हथियार डाल दिए। पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
एएएनएलए के पूर्व उग्रवादियों ने ढेकियाजुली में आयोजित एक समारोह में जिला पुलिस के शीर्ष अधिकारियों को हथियार सौंपे। इस मौके पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (अपराध) और पुलिस उपाधीक्षक (सीमा) भी मौजूद रहे।
एएएनएलए असम में स्थित उन आठ आदिवासी उग्रवादी संगठनों में से एक था, जिसने 15 सितंबर, 2022 को नयी दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा की उपस्थिति में केंद्र सरकार के साथ शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि उग्रवादियों द्वारा जमा किए गए हथियारों में आठ पिस्तौल, छह राइफलें और गोला-बारूद शामिल हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘एएएनएलए के 46 से अधिक सदस्यों ने हथियार डाल दिए हैं। उनके ‘अध्यक्ष’ डी नायक, जो पहले ही आत्मसमर्पण कर चुके थे, भी इस अवसर पर मौजूद थे।’’
डी नायक ने कहा कि एएएनएलए के उग्रवादियों ने हथियार डाल दिए हैं क्योंकि उनका मानना है कि शांति समझौता, चाय की खेती करने वाली जनजातियों के अधिकारों की रक्षा करने और उनके विकास को सुनिश्चित करने में सक्षम होगा।