खारघर में ‘महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार’ समारोह को लेकर ये नया अपडेट आया सामने

डीएन ब्यूरो

महाराष्ट्र के मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता सुधीर मुनगंटीवार ने सोमवार को कहा कि नवी मुंबई के खारघर में ‘महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार’ समारोह के लिए समय का सुझाव अप्पासाहेब धर्माधिकारी ने दिया था। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

महाराष्ट्र के मंत्री मुनगंटीवार
महाराष्ट्र के मंत्री मुनगंटीवार


मुंबई: महाराष्ट्र के मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता सुधीर मुनगंटीवार ने सोमवार को कहा कि नवी मुंबई के खारघर में ‘महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार’ समारोह के लिए समय का सुझाव अप्पासाहेब धर्माधिकारी ने दिया था।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार कार्यक्रम में लू लगने से 13 लोगों की मौत हो गई।

रविवार को इंटरनेशनल कॉरपोरेट पार्क में आयोजित पुरस्कार समारोह में लू लगने एवं स्वास्थ्य से जुड़ी अन्य समस्याएं पेश आने के कारण 13 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। चिलचिलाती धूप में आयोजित कार्यक्रम में काफी संख्या में लोग शामिल हुए थे।

समारोह में धर्माधिकारी को महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार प्रदान किया गया।

भीषण गर्मी को नजरअंदाज करते हुए इतने बड़े पैमाने पर कार्यक्रम आयोजित करने को लेकर राज्य सरकार की विपक्षी दलों के साथ-साथ सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने भी आलोचना की है।

एक क्षेत्रीय समाचार चैनल से बात करते हुए मुनगंटीवार ने कहा, ‘‘अप्पासाहेब धर्माधिकारी ने हमें समय दिया था और उसी के अनुसार कार्यक्रम की योजना बनाई गई थी। हर चीज में राजनीति नहीं करनी चाहिए।’’

शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता अंबादास दानवे ने मुनगंटीवार के इस्तीफे की मांग की क्योंकि यह कार्यक्रम राज्य के सांस्कृतिक मामलों के विभाग द्वारा आयोजित किया गया था, जिसके मुनगंटीवार मंत्री हैं।

विधानपरिषद में विपक्ष के नेता दानवे ने कहा, “आयोजकों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया जाए। इस आयोजन पर राज्य सरकार ने करीब 15 करोड़ रुपए खर्च किए। कार्यक्रम की खराब व्यवस्था के कारण मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए। यह प्रदेश की साख पर धब्बा है।”

दिन में, शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के नेता संजय राउत ने घटना के लिए महाराष्ट्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया और दावा किया कि लोगों की सहूलियत के बजाय राजनीति को तरजीह दी गई।

राउत ने पत्रकारों से कहा, ‘‘ महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार समारोह शाम को भी आयोजित किया जा सकता था, लेकिन केंद्रीय मंत्री अमित शाह के पास समय नहीं था। इसलिए कार्यक्रम दिन में आयोजित किया गया और लोग भीषण गर्मी तथा लू की चपेट में आ गए।’’

राज्यसभा सदस्य ने कहा, ‘‘पुरस्कार के पीछे की राजनीति लोगों की सुविधा पर हावी रही।’’

महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजित पवार ने इस बात की जांच की मांग की है कि नवी मुंबई में दोपहर के समय जब तापमान बहुत अधिक होता है तो ‘महाराष्ट्र भूषण’ पुरस्कार समारोह का आयोजन कैसे किया गया।

केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने रविवार को कार्यक्रम में आध्यात्मिक नेता और समाज सुधारक अप्पासाहेब धर्माधिकारी को महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया।

 










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