भारतीय रिकर्व तीरंदाजों ने इस तरह किया विश्व चैंपियनशिप में अपने अभियान का अंत

डीएन ब्यूरो

भारतीय रिकर्व तीरंदाजों ने गुरुवार को यहां विश्व चैंपियनशिप में अपने अभियान का अंत बिना किसी पदक के किया। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

फाइल फोटो
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बर्लिन: भारतीय रिकर्व तीरंदाजों ने गुरुवार को यहां विश्व चैंपियनशिप में अपने अभियान का अंत बिना किसी पदक के किया।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, टीम स्पर्धाओं में नाकामी के बाद रिकर्व तीरंदाज व्यक्तिगत स्पर्धाओं में भी पदक जीतने में नाकाम रहे।

क्वालीफिकेशन में दूसरे स्थान पर रहे धीरज बोमादेवारा और सिमरजीत कौर ने भारत की ओर से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। इन दोनों को प्री क्वार्टर फाइनल में हार का सामना करना पड़ा।

इसके साथ ही भारत की इस प्रतियोगिता के साथ टीम और व्यक्तिगत रिकर्व स्पर्धाओं में पेरिस ओलंपिक कोटा हासिल करने की उम्मीद टूट गई।

यह पहला ओलंपिक क्वालीफायर है जिसमें टीम और व्यक्तिगत स्पर्धा में शीर्ष तीन में रहने वालों को ओलंपिक कोटा मिलेगा।

इक्कीस साल के धीरज ने क्वालीफाइंग में अच्छा प्रदर्शन करते हुए दूसरा स्थान हासिल किया। वह दो बार के ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता कोरिया के किम वू जिन से पांच अंक पीछे रहे।

धीरज को सीधे तीसरे दौर (अंतिम 32) में खेलने का मौका मिला जहां उन्होंने ब्राजील के मैथ्यूज ज्विक एली को 6-4 (18-25, 24-22, 26-26, 28-25, 25-25) से हराया।

प्री क्वार्टर फाइनल में हालांकि धीरज को अपने से कम रैंकिंग वाले चिली के रिकार्डो सोतो के खिलाफ 4-6 (26-24, 26-28, 21-23, 28-25, 25-27) से हार का सामना करना पड़ा।

भारत के मृणाल चौहान को पहले जबकि तुषार शेल्के को दूसरे दौर में हार झेलनी पड़ी।

क्वालीफाइंग दौर में 51वें स्थान पर रही सिमरनजीत ने भारतीय महिलाओं के बीच सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। उन्हें प्री क्वार्टर फाइनल में कोरिया की ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता कांग चेई यंग के खिलाफ 0-6 (28-29, 24-27, 22-27) से शिकस्त झेलनी पड़ी।

अंकिता भकत को पहले दौर में जबकि भजन कौर को दूसरे दौर में हार का सामना करना पड़ा।

धीरज और अंकिता की चौथी वरीय जोड़ी भी प्री क्वार्टर फाइनल में इटली की 13वीं वरीय जोड़ी के खिलाफ 4-5 (35-37, 36-35, 39-37, 34-36) (16-17) से हार गई।










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