Uttar Pradesh: आगरा में हिंदूवादी नेताओं पर लगे ये गंभीर आरोप, जानिए पूरा मामला

डीएन ब्यूरो

आगरा में कुछ कथित हिंदूवादी नेताओं पर गोकशी के नाम पर वसूली करने का आरोप लगा है।

हिंदूवादी नेताओं पर गोकशी के नाम पर वसूली का आरोप
हिंदूवादी नेताओं पर गोकशी के नाम पर वसूली का आरोप


आगरा: आगरा में कुछ कथित हिंदूवादी नेताओं पर गोकशी के नाम पर वसूली करने का आरोप लगा है।

इस संबंध में पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) संजय राय ने बताया कि मामले का सरगना अखिल भारत हिन्दू महासभा का प्रदेश प्रवक्ता संजय जाट है। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। तीन अन्य को घटना में शामिल होने और पांच को साजिश के आरोप में नामजद किया गया है।

आरोप है कि हिंदूवादी नेताओं ने गोकशों से चौथ वसूली के लिए खुद ही गाय कटवा कर जमकर हंगामा किया। दबाव में पुलिस ने चार नामजदों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया। जांच हुई तो सच पुलिस के सामने आ गया।

पुलिस ने हिंदूवादियों को सूचना देने वाले गोकशों को गिरफ्तार कर पूरे मामले का खुलासा कर दिया। पुलिस अब मुकदमे में साजिश की धाराएं जोड़कर हिंदूवादियों को नामजद कर रही है।

दरअसल, 30 मार्च की रात अखिल भारत हिन्दू महासभा के कार्यकर्ताओं ने एत्मादुद्दौला पुलिस को सूचना दी थी कि गौतम नगर गुफा के पास झाडिय़ों के पास रिजवान, नकी, बिज्जू नामक गोकशों ने गाय को काट दिया है। पुलिस ने मौके से गाय का शव बरामद कर मुकदमा दर्ज कर लिया। इसके बाद आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए हिंदूवादी प्रदर्शन करने लगे।

पुलिस ने जब घटनास्थल और नामजद आरोपियों की लोकेशन पता की तो पुलिस को शक हो गया। जांच के दौरान पता चला कि दो गोकश थाना क्षेत्र में दिखाई दिए हैं।

पुलिस ने दबिश देकर दोनों गोकशों इमरान कुरैशी और शानू को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि नामजद आरोपियों से उनकी रंजिश थी। साजिश के तहत वे अपने साथी सलमान व अन्य के साथ घटनास्थल पर गए और सलमान को वहां पर गाय पकड़ कर काटने के लिए छोड़ दिया। इसके बाद आरोपियों ने भगवान टॉकीज चौराहे पर साथी सौरभ शर्मा और बृजेश भदौरिया और शानू उर्फ अजय से मुलाकात कर उन्हें साथ लिया और गढ़ी चांदनी निवासी जितेंद्र कुशवाह से मुलाकात की। सभी को मौके पर ले गए और उनके द्वारा थाना पुलिस को सूचना दी गई।

वहीं हिंदूवादी नेताओं के नामजद होने के बाद अखिल भारत हिन्दू महासभा के प्रवक्ता संजय जाट ने बयान और ऑडियो जारी किया है। संजय जाट का कहना है कि दोनों गोकशों ने दूसरों को फंसाने की साजिश रची और फिर हिंदूवादियों को इसकी सूचना दी गई। हम लोग गोकशों के खिलाफ अभियान चलाते हैं और इसी कारण हम रात में घटनास्थल पर गए थे।

साजिश की जानकारी होने पर हमने दो अप्रैल को खुद फोन कर पुलिस को बुलाया और इन गोकशों को पकड़वाया था। पुलिस अब उल्टा हम पर ही झूठा आरोप लगा रही है।

उन्होंने कहा कि हम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर मामले की किसी निष्पक्ष एजेंसी से जांच करवाने की अपील करेंगे और कानूनी कार्रवाई भी करेंगे। हमारे ऊपर लगाए गए आरोप झूठे हैं।










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