बठिंडा की सैन्य छावनी में 4 जवानों की हत्या करने वाले हमलावर अब तक गिरफ्तार नहीं, तलाश जारी

डीएन ब्यूरो

पंजाब में बठिंडा सैन्य अड्डे पर बुधवार को की गई गोलीबारी के हमलावरों की तलाश जारी है। गोलीबारी की इस घटना में सेना के चार जवान मारे गए थे। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

बठिंडा कैंट के स्टेशन हाउस ऑफिसर  गुरदीप सिंह
बठिंडा कैंट के स्टेशन हाउस ऑफिसर गुरदीप सिंह


बठिंडा: पंजाब में बठिंडा सैन्य अड्डे पर बुधवार को की गई गोलीबारी के हमलावरों की तलाश जारी है। गोलीबारी की इस घटना में सेना के चार जवान मारे गए थे।

इसी बीच, एक अन्य घटना में बुधवार दोपहर को गोली लगने से एक जवान की मौत हो गई। सेना के मुताबिक इस जवान की मौत का गोलीबारी की घटना से कोई ताल्लुक नहीं है।

सेना ने एक बयान में कहा, ‘‘बठिंडा सैन्य अड्डे में 12 अप्रैल को शाम करीब साढ़े चार बजे गोली लगने से एक सिपाही की मौत हो गई। सिपाही बतौर संतरी तैनात था, उसके पास अपना सर्विस हथियार भी था। सिपाही के पास से उसकी ही राइफल और उसकी गोली का खोखा बरामद हुआ है।’’

सेना के अनुसार, उसके सिर में गोली लगी थी। सैनिक को तुरंत सैन्य अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसने दम तोड़ दिया। वह 11 अप्रैल को ही छुट्टी से लौटा था।

सेना ने कहा, ‘‘यह कथित तौर पर आत्महत्या का मामला प्रतीत होता है।’’

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह दुर्घटनावश गोली चलने का मामला भी हो सकता है। मामले की विस्तृत जांच की जाएगी।

सेना ने कहा, ‘‘बठिंडा सैन्य अड्डे पर बुधवार सुबह करीब साढ़े चार बजे हुई गोलीबारी से इसका कोई संबंध नहीं है।’’

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार बठिंडा कैंट के स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) गुरदीप सिंह ने बताया कि उन्हें बुधवार शाम जवान की मौत के बारे में सूचना मिली।

सिंह ने कहा, ‘‘हमें सेना ने घटना की सूचना दी और मामला दर्ज कर लिया गया है। प्रथम दृष्टया यह दुर्घटनावश गोलीबारी का मामला प्रतीत होता है।’’

पुलिस ने बताया कि मृतक की पहचान लघु राज शंकर के तौर पर हुई है।

पुलिस ने बताया कि बुधवार सुबह सैन्य अड्डे पर हुई गोलीबारी के हमलावरों की तलाश जारी है।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘हम सेना के साथ संपर्क में हैं।’’

गोलीबारी बठिंडा सैन्य अड्डे पर बुधवार सुबह करीब साढ़े चार बजे तोपखाना इकाई में भोजनालय के पीछे मौजूद बैरक के पास हुई, जिसमें चार सैनिक मारे गए। घटना के समय चारों सैनिक सो रहे थे जिनकी उम्र 24 से 25 साल के बीच थी।

पुलिस द्वारा दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, गोलीबारी के बाद एक जवान ने दो अज्ञात लोगों को सफेद कुर्ता पजामा में बैरक से बाहर आते देखा। दोनों के मुंह और सिर कपड़े से ढके हुए थे। इनमे से एक के बाद इंसास राइफल और दूसरे के बाद एक कुल्हाड़ी थी।

प्राथमिकी के अनुसार, संदिग्ध, मध्यम कद काठी के थे और जवान को देखकर बैरक के पास एक जंगली इलाके की ओर चले गए। इसके बाद सेना के दो अधिकारी बैरक में गए तो एक कमरे में सागर बन्नी (25) और योगेश कुमार जे. (24) को खून से लथपथ देखा जबकि दूसरे कमरे में कमलेश आर. (24) और संतोष एम. नागराल (25) के शव मिले। उनके शरीर पर गोलियों के निशान थे।

पुलिस ने बताया कि जवानों के शवों का बुधवार शाम पोस्टमार्टम किया गया।

ऐसा संदेह है कि गोलीबारी में इस सप्ताह गायब हो गई इंसास राइफल और 28 गोलियों का इस्तेमाल किया गया।

पुलिस ने बुधवार को बताया था कि मौके से इंसास की गोली के 19 खाखे बरामद हुए।

बठिंडा सैन्य अड्डा देश के सबसे बड़े सैन्य ठिकानों में से एक है और इसमें बड़ी संख्या में बल की परिचालन इकाइयां हैं।










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