DN Exclusive: पुरदंरपुर गोली कांड में महराजगंज पुलिस की भयंकर नाकामी उजागर, बचायी जा सकती थी बुजुर्ग की जान लेकिन शिकायत के बावजूद नहीं की पुलिस ने कोई कार्यवाही

डीएन ब्यूरो

जिले में बुधवार का दिन गोलियों की ताबड़तोड़ तड़तड़ाहट के नाम रहा। सुबह पहले निचलौल इलाका गोलियों की गूंज से कांप उठा तो शाम होते-होते पुरदंरपुर में हत्या हो गयी लेकिन पुलिस का वही पुराना फिल्मी रवैया.. घटना घट जाने के बाद मौके पर दिखावटी जांच के लिए पहुंचना और फिर फोटो सेशन। डाइनामाइट न्यूज़ एक्सक्लूसिव



महराजगंज: पुरदंरपुर हत्याकांड में बुजुर्ग लाले शाह की जान बचायी जा सकती थी यदि समय रहते पुलिस ने दी गयी सूचना पर कोई कार्यवाही की होती तो.. लेकिन बड़ा सवाल यह है कि लखनऊ में बैठ मुख्यमंत्री और डीजीपी लगातार कड़े निर्देश दे रहे हैं लेकिन महराजगंज जिले की पुलिस को सीएम और डीजीपी के आदेशों को लगता है तनिक भी चिंता नहीं।

कल रात पुरन्दरपुर थाने के बाजारडीह निवासी लाले शाह को उसके पोते ने ही जमीनी विवाद में गोली मार मौत के घाट उतार दिया था।

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पुलिस को दो महीने पहले सूचना लेकिन नहीं की कोई कार्यवाही

डाइनामाइट न्यूज़ की टीम जब मृतक के घर पहुंची तो परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। परिजनों ने बताया कि हत्यारे अक्सर आकर घर धमकाते थे। इस बारे में लिखित शिकायत पुलिस को की गयी लेकिन पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की जिससे अपराधियों के हौसले बुलंद हो गये और नतीजा हत्या के रुप में सामने आया।

इस बारे में बाजारडीह निवासी संदीप पुत्र दयाशंकर ने दो महीने पहले 13 दिसंबर को पुलिस को लिखित सूचना दी थी कि प्रार्थी के परिवार वालों के द्वारा उन लोगों को जान से मारने की बात कही जा रही है। इस शिकायत में 26 नवंबर की घटना का भी जिक्र किया गया है जब उस दिन बड़ी अनहोनी घटते-घटते रह गयी थी लेकिन इसके बावजूद पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की और नतीजा बुजुर्ग की हत्या हो गयी।

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