हिमाचल में मंदिर ट्रस्टों ने 'आपदा राहत कोष' के लिए प्रदान की वित्तीय सहायता, सुक्खू को सौंपा राशि चेक
हिमाचल प्रदेश में कुछ मंदिर न्यास आपदा प्रभावितों के वास्ते तथा राज्य में पुनर्निर्माण कार्य में वित्तीय मदद पहुंचाने के लिए आगे आये हैं एवं इसी सिलसिले में माता चिंतपूर्णी मंदिर न्यास ने शुक्रवार को राहत कार्यों के लिए दो करोड़ रुपये का दान दिया। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
शिमला: हिमाचल प्रदेश में कुछ मंदिर न्यास आपदा प्रभावितों के वास्ते तथा राज्य में पुनर्निर्माण कार्य में वित्तीय मदद पहुंचाने के लिए आगे आये हैं एवं इसी सिलसिले में माता चिंतपूर्णी मंदिर न्यास ने शुक्रवार को राहत कार्यों के लिए दो करोड़ रुपये का दान दिया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार माता चिंतपूर्णी मंदिर न्यास ने ‘आपदा राहत कोष’ में यह धनराशि दान की है। जुलाई में मंडी और कुल्लू जिलों में भारी वर्षा के कारण मची भीषण तबाही के बाद राज्य सरकार ने यह राहत कोष बनाया था।
एक बयान के अनुसार, चिंतपूर्णी के विधायक सुदर्शन सिंह बबलू ने यहां मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को दो करोड़ रुपये का चेक भेंट किया।
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इससे पहले, बुधवार को श्री ज्वालामुखी मंदिर न्यास से आपदा राहत कोष में पांच करोड़ रुपये दान में दिये थे। शक्तिपीठ की ओर से सुक्खू को विधायक संजय रत्तन ने इस धनराशि का चेक भेंट किया था।
इस नेकनीयती की तारीफ करते हुए सुक्खू ने कहा कि राज्य के मंदिर न्यास ‘राहत आपदा कोष’ में उदारतापूर्वक दान दे रहे हैं ताकि इस रकम का उपयोग प्राकृतिक आपदा से प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने में किया जा सके। उन्होंने कहा कि इस मानसून में हिमाचल प्रदेश को प्राकृतिक आपदा ने बहुत नुकसान पहुंचाया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘आपदा राहत कोष’ में इन न्यासों के दान से सरकार को राज्य में आपदा प्रभावित लोगों को वह राहत पहुंचाने में मदद मिलेगी जिसकी उन्हें बहुत ज्यादा जरूरत है।
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आपदा राहत कोष एक डिजिटल मंच है जिसमें डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, नेट बैंकिंग, क्यूआर कोड और यूपीआई जैसे भुगतान माध्यमों से कहीं से भी पैसे दान में दिए जा सकते हैं।
सुक्खू का कहना है कि राज्य को इस प्राकृतिक आपदा में 12000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।