Telangana: रैगिंग और मारपीट के लिए MBBS के 10 छात्रों पर गिरी गाज, मामला दर्ज

डीएन ब्यूरो

वारंगल पुलिस ने शहर के एक सरकारी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे सात वरिष्ठ छात्रों के खिलाफ कथित तौर पर कनिष्ठ छात्र के साथ रैगिंग और मारपीट करने को लेकर मामला दर्ज किया है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

रैगिंग और मारपीट के लिए MBBS के 10 छात्रों पर गिरी गाज
रैगिंग और मारपीट के लिए MBBS के 10 छात्रों पर गिरी गाज


वारंगल: वारंगल पुलिस ने शहर के एक सरकारी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे सात वरिष्ठ छात्रों के खिलाफ कथित तौर पर कनिष्ठ छात्र के साथ रैगिंग और मारपीट करने को लेकर मामला दर्ज किया है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार काकतीय मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे वरिष्ठ छात्र तृतीय वर्ष में, जबकि कनिष्ठ छात्र द्वितीय वर्ष में है। यह घटना 14 सितंबर को हुई। छात्र की शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।

हैदराबाद स्थित गांधी मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों द्वारा कनिष्ठ छात्रों के साथ रैगिंग करने के आरोप में 10 छात्रों को निलंबित करने के बाद एक महीने के भीतर राज्य में यह दूसरी ऐसी घटना है।

मत्तेवाड़ा पुलिस निरीक्षक एन वेंकटथेवर्लु ने सोमवार को कहा कि रैगिंग में शामिल छात्रों को नोटिस दिया गया है।

उन्होंने कहा कि राजस्थान के रहने वाले द्वितीय वर्ष के छात्र को वरिष्ठों ने पानी लाने के लिए कहा था, लेकिन जब उसने ऐसा करने से इनकार कर दिया, तब कथित तौर पर उन लोगों ने उसके साथ मारपीट की।

पुलिस अधिकारी ने बताया, 'वरिष्ठ छात्र कथित तौर पर कनिष्ठ छात्र के कमरे में गये और वहां उसके साथ मारपीट की।'

पुलिस ने बताया कि केएमसी के सात छात्रों पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की संबंधित धाराओं और रैगिंग निषेध अधिनियम, 1997 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

केमएसी के प्राचार्य डॉ दिववेला मोहनदास ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि मंगलवार को कॉलेज की रैगिंग-रोधी समिति की बैठक होगी और भविष्य की कार्रवाई बैठक के नतीजे पर निर्भर करेगी।

इससे पहले, 11 सितंबर को हैदराबाद के सरकारी गांधी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे दस छात्रों को अपने कनिष्ठ छात्रों की रैगिंग करने के आरोप में एक साल के निलंबित कर दिया गया था।

अधिकारियों ने बताया था कि रैगिंग-रोधी समिति ने जांच के बाद निलंबन आदेश जारी किये थे। जांच में पाया गया था कि आरोपी छात्र कुछ दिनों से 'रैगिंग में लिप्त' थे।










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