तेजस्वी यादव का अज्ञातवास ख़त्म, वापस लौटे पटना

डीएन ब्यूरो

बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव एक लंबे अज्ञातवास के बाद आज पटना लौट आए हैं। पटना आते ही उन्होंने सत्तापक्ष पर हमला बोला और कहा कि उन लोगों के पास अब कोई मुद्दा नहीं बचा है इसीलिए बस ये देखने में लगे हैं कि कौन कहां जा रहा है? कहां से आ रहा है?

तेजस्वी यादव
तेजस्वी यादव


पटना: तेजस्वी यादव आज से बिहार विधानमंडल के मानसून सत्र में हिस्सा लेंगे और बिहार की नीतीश सरकार के खिलाफ हल्ला बोलेंगे। राज्य में बढ़ते अपराध और सबसे बड़ा मुद्दा मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से हुई बच्चों की मौत पर विपक्ष लगातार सत्तापक्ष पर हमलावर है और आज विधानसभा की कार्यवाही में इसके खिलाफ नेता प्रतिपक्ष के नेतृत्व में विपक्ष सरकार के खिलाफ हल्ला बोलेगा।

यह भी पढ़ें: भ्रष्‍ट अफसरों को घर भेजने का सीएम ने सुनाया फरमान, अधिकारी बेचैन

पटना एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि अब मैं आ गया हूं और सदन में विरोधियों को जवाब दूंगा। सरकार की नाकामियों पर सवाल उठाऊंगा। राज्य में बढ़ते अपराध, स्वास्थ्य को लेकर सदन में सवाल करूंगा। कहा कि मैंने पहले ही कह दिया था कि मैं अज्ञातवास पर नहीं गया था', 'ट्वीट कर यह स्पष्ट कर दिया था की मैं कहां हूं'।

यह भी पढ़ें: रिश्‍तेदारों के लिए टिकट का जुगाड़ कर रहे भाजपा सांसदों को पार्टी का झटका

बता दें कि लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद राजद नेता तेजस्वी यादव अचानक लापता हो गए थे और वो कहां थे? इसकी जानकारी किसी को नहीं थी। जहां राजद नेता उनके लापता होने के बारे में अलग-अलग बयान दे रहे थे, कोई उन्हें इंग्लैंड में क्रिकेट मैच देखने में मशगूल बता रहा था तो कोई उनके दिल्ली में रहने की बात बता रहा था। अबतक ये पता नहीं चल पाया है कि तेजस्वी कहां थे?

विधानमंडल के मानसून सत्र के पहले दिन जब राबड़ी देवी से पूछा गया कि तेजस्वी यादव कहां हैं तो उन्होंने नाराजगी जताते हुए मीडिया से कहा-आपके घर में हैं। बाद में उन्होंने कहा कि वो जरूरी काम से बाहर गए हैं और जल्द ही वापस लौटेंगे।

जो भी हो, तेजस्वी यादव अब पटना वापस लौट आए हैं और अब विपक्ष की कमजोर होती आवाज को वो धार देने के लिए तैयार हैं। इधर, कांग्रेस भी महागठबंधन से दूरी बना रही है, हम पार्टी के नेता जीतनराम मांझी ने भी तेजस्वी और महागठबंधन के खिलाफ अपने कड़े तेवर दिखाए हैं। एेसे में तेजस्वी के सामने कई चुनौतियां मुंह बाए खड़ी हैं और उन्हें एक बार फिर नए सिरे से राजद को मजबूत बनाने का प्रयत्न करना होगा।










संबंधित समाचार