Uttar Pradesh: ये क्या हो रहा है यूपी में..शिक्षा विभाग में सामने आया एक और चौंकाने वाला मामला

देश के सबसे बड़े राज्य यूपी में नित नये ऐसे चौंकाने वाले मामले सामने आ रहे हैं, जिससे लगता है कि राज्य की सरकारी मशीनरी गहरी नींद में सो रही है। पढिये, डाइनामाइट न्यूज की स्पेशल रिपोर्ट..

Updated : 1 August 2020, 6:45 PM IST
google-preferred

लखनऊ: उत्तर प्रदेश का अनामिका शुक्ला प्रकरण अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि राज्य में फिर इस तरह का एक और मामला सामने आने से शिक्षा विभाग की नींद उड़ गयी। राज्य का शिक्षा विभाग और इससे जुड़े अधिकारी कितने लापरवाह हैं, इसका एक और उदाहरण मुरादाबाद से सामने आया है। यहां एक शिक्षिका पिछले 6-7 सालों से लगातार अनुपस्थित चल रही है और विभाग को इसका पता ही नहीं है। मामले के सामने आने के बाद अब यह प्रकरण राजधानी लखनऊ तक पहुंच गया है। 

प्राप्त जानकारी के मुताबिक यह ताजा मामला मुरादाबाद के बिलारी स्थित प्राथिमक विद्यालय आरीखेड़ा का है। यहां 2013 में एक शिक्षिका ऋचा यादव ने बतौर शिक्षिका स्कूल को ज्वॉइन किया था। लेकिन उसके कुछ दिनों बाद इसी वर्ष अगस्त 2013 में उसने कुछ दिनों की छुट्टी ली। इसके बाद से वह लगातार अनुपस्थित रहने लगी। आलम यह है कि 2013 से चली आ रही उसकी अनुपस्थिति अब भी जारी है। लेकिन शिक्षा विभाग को 7 सालों में इसका कुछ पता तक न चल पाया।

लखनऊ से डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार बेसिक शिक्षा अधिकारी योगेंद्र कुमार ने जब गत शुक्रवार को स्कूल का निरीक्षण किया तो यह हैरान करने वाला मामला सामने आया। विभाग की किरकिरी होते देख अब शिक्षिका को नोटिस भेजा गया है। नोटिस में उसे 8 अगस्त तक कार्यालय में उपस्थित होने और अपना पक्ष रखने को कहा गया है। शिक्षिका के उपस्थित न होने पर उसके खिलाफ सेवा समाप्ति की कार्रवाई की जायेगी।

बिना किसी सूचना के इतने लंबे समय तक शिक्षिका द्वारा अनुपस्थित रहने और विभाग को इसकी जानकारी न होने से सरकारी काम-काज के तरीकों की पोल खुल गयी है। हालांकि विभाग का कहना है कि अनुपस्थिति के चलते शिक्षिका ऋचा यादव का वेतन 2013 से रुका हुआ है। लेकिन शिक्षा विभाग अब इस मामले को गंभीरता से जांचने में जुट गया है।  
 

Published : 
  • 1 August 2020, 6:45 PM IST