लखनऊ: यूपी की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने 9 वर्षों से फरार चल रहे आजमगढ़ के वांछित आरोपी को पंजाब के जालंधर से गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपी पर 50 हजार का इनाम रखा हुआ था। आरोपी लूट के मामले में 9 वर्षों से पुलिस को चकमा दे रहा था।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार गिरफ्तार आरोपी की पहचान दुर्गेश कुमार उर्फ राधेश्याम उर्फ दीपक कुमार उर्फ दारू पुत्र शंकर राम निवासी पण्डित दिलीपराय पट्टी थाना सादात, जनपद गाजीपुर के रूप में हुई है।
एसटीएफ ने आरोपी को परसुराम नगर, गौशाला गेट के सामने, थाना क्षेत्र डिविजन नं० 08. ट्रान्सपोर्ट नगर, जालंधर (पंजाब) से बुधवार दोपहर को गिरफ्तार किया।
जानकारी के अनुसार एसटीएफ को काफी दिनों से उत्तर प्रदेश के जनपदों में वांछित पुरस्कार घोषित अपराधियों के सक्रिय होकर आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिये जाने की सूचनाएं मिल रही थी।
इस दौरान मुखबिर से एसटीएफ को जानकारी मिली की अभियुक्त दुर्गेश कुमार उर्फ राधेश्याम पंजाब में छिपकर रह रहा है। इस सूचना पर एसटीएफ की टीम ने मुखबिर के बताए पते पर दबिश वांछित अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस की पूछताछ में अभियुक्त ने बताया कि वह अपने साथियों के साथ मिलकर जनपद आजमगढ़ के विभिन्न थाना क्षेत्रों में लूट की घटनाओं को अंजाम देता था। अपने गिरोह के सदस्यों के साथ मिलकर थाना क्षेत्र तरवों अन्तर्गत एक दुकान में लूट के लिए गया था जहाँ पर दुकानदार द्वारा विरोध करने पर उसको गोली मार दी थी। जिसमें बाद में उसकी मृत्यु हो गयी थी।
इस घटना के उपरान्त स्थानीय पुलिस ने मुठभेड के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। जेल से छूटने के बाद अपने साथी शिवकुमार व दीपक के साथ मिलकर थाना क्षेत्र सरायमीर में एक व्यक्ति से लूट की घटना को अंजाम दिया। आरोपी उक्त घटना में फरार चल रहा था जिसके गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने 50 हजार रुपए का पुरस्कार घोषित किया गया।
आरोपी के खिलाफ जनपद आजमगढ़ व जौनपुर में लूट एवं अन्य मामलों में आधा दर्जन से अधिक मुकदमें दर्ज हैं। आरोपी के खिलाफ तरवां, देवगांव, सरायमीर, आजमगढ, जौनपुर में कई मामले दर्ज हैं।
एसटीएफ ने आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय JMIC जालंधर पंजाब द्वारा स्वीकृत ट्रांजिट वारण्ट के माध्यम से जनपद आजमगढ़ लाया गया। अभियुक्त के खिलाफ आगे की कार्रवाई जारी है।

