पंजाब के अमृतसर में कट्टरपंथी अमृतपाल के समर्थकों के थाने में घुसने की घटना के बाद सुरक्षा कड़ी की गई

‘वारिस पंजाब दे’ के अध्यक्ष कट्टरपंथी अमृतपाल सिंह के हथियारबंद समर्थकों द्वारा अवरोधकों को तोड़कर अजनाला पुलिस थाना परिसर में घुसने की घटना के एक दिन बाद शुक्रवार को यहां थाने में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

Updated : 24 February 2023, 4:07 PM IST
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अमृतसर: ‘वारिस पंजाब दे’ के अध्यक्ष कट्टरपंथी अमृतपाल सिंह के हथियारबंद समर्थकों द्वारा अवरोधकों को तोड़कर अजनाला पुलिस थाना परिसर में घुसने की घटना के एक दिन बाद शुक्रवार को यहां थाने में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई।

समर्थकों ने अपहरण के एक मामले में आरोपी लवप्रीत सिंह उर्फ तूफान को रिहा करने की मांग को लेकर अमृतसर शहर के बाहरी इलाके में पुलिस थाने में तोड़-फोड़ की थी।

अमृतसर ग्रामीण के पुलिस अधीक्षक सतिंदर सिंह ने डाइनामाइट न्यूज़ के संवाददाता से कहा कि उन्होंने (अमृतपाल पक्ष ने) सबूत दिया है जिसके अनुसार वह (लवप्रीत सिंह) कथित अपहरण की घटना के वक्त वहां मौजूद नहीं था।

एसएसपी ने कहा, ‘‘उन्होंने बृहस्पतिवार को साक्ष्य दिए। उसके आधार पर उन्हें अदालत के माध्यम से आरोप मुक्त किया जा रहा है... हम उस साक्ष्य को माननीय न्यायाधीश को सौंप रहे हैं।’’

एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि फिलहाल स्थिति शांतिपूर्ण और नियंत्रण में है।

यह पूछे जाने पर कि क्या बृहस्पतिवार की हिंसा के संबंध में मामला दर्ज किया गया है, इस पर पुलिस टालमटोल करती रही।

अमृतपाल सिंह ने शुक्रवार सुबह पत्रकारों से कहा कि उन्हें आश्वासन दिया गया है कि इस संबंध में कानूनी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद गिरफ्तार व्यक्ति को जल्द ही रिहा कर दिया जाएगा।

सिंह ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि लवप्रीत सिंह को शुक्रवार शाम तक रिहा कर दिया जाएगा, जिसके बाद उन्होंने और उनके समर्थकों ने यहां स्वर्ण मंदिर में मत्था टेकने की योजना बनाई है।

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) अर्पित शुक्ला ने फोन पर पीटीआई-भाषा से कहा कि अजनाला थाना क्षेत्र में स्थिति शांतिपूर्ण और नियंत्रण में है। पुलिस ने कहा कि परिसर और उसके आसपास सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।

अधिकारियों ने पहले कहा था कि बृहस्पतिवार को झड़प के दौरान कम से कम तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए थे।

शुक्रवार सुबह अमृतसर पुलिस ने तुरंत यह स्पष्ट नहीं किया कि बृहस्पतिवार की हिंसा को लेकर अमृतपाल सिंह या उनके समर्थकों के खिलाफ कोई मामला दर्ज किया गया है या नहीं।

इससे पहले अमृतपाल के समर्थकों ने कपूरथला जिले के ढिलवां टोल प्लाजा पर बीच सड़क पर विरोध प्रदर्शन किया था, जब उन्हें पुलिस ने बृहस्पतिवार को अमृतसर की ओर मार्च करने से रोक दिया था।

दुबई से लौटे अमृतपाल सिंह ने बृहस्पतिवार को थाने में पत्रकारों से बातचीत में अपने समर्थक लवप्रीत सिंह की रिहाई के लिए एक ‘‘अल्टीमेटम’’ जारी किया था।

सिंह ने कथित तौर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को हाल में एक धमकी दी थी, जिसमें कहा गया था कि उनका हश्र पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जैसा होगा।

अमृतपाल सिंह ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन का प्रमुख है जिसे अभिनेता और कार्यकर्ता दीप सिद्धू ने स्थापित किया था, जिनकी पिछले साल फरवरी में एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी।