संत कबीर नगर: अतिक्रमण हटाने को लेकर फूटा लोगों का गुस्सा, मामला गरमाया तो पहुंचे SDM, जानिये क्या हुआ आगे

यूपी के संत कबीर नगर में अतिक्रमण हटाने पहुंची राजस्व विभाग की टीम के हाथ से मामला निकलता देख मौके पर एसडीएम पहुंच गये। डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट में जानिये क्या हुआ आगे

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 21 June 2024, 3:07 PM IST
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संत कबीर नगर: जनपद के महुली थाना क्षेत्र के बारीडीहा में गुरुवार को तहसील प्रशासन ने चकरोड की भूमि पर किए गए पक्के अवैध निर्माण को जेसीबी की मदद से ध्वस्त कर दिया। अतिक्रमण हटाने के दौरान कुछ ग्रामीणों ने विरोध में हंगामा भी किया लेकिन एसडीएम की मौजूदगी में तहसील प्रशासन ने चकरोड की भूमि पर किए गए पक्के अतिक्रमण को जेसीबी से हटवाते हुए अवरुद्ध चकमार्ग को खाली करवा दिया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक महुली थाना के बारीडीहा में गुरुवार को चकरोड की भूमि पर हो रहे अवैध निर्माण की सूचना मिलने के बाद मामले को गंभीरता से लेते हुए नायब तहसीलदार हरिराम यादव के नेतृत्व में राजस्व टीम मौके पर पहुंची। तहसील प्रशासन के अनुसार जब मौके पर टीम ने नाप जोख किया तो दो व्यक्तियों का निर्माण अवैध पाया गया।

राजस्व टीम ने जब गांव निवासी अष्टभुजा की नवनिर्मित दीवार को गिराने के लिए जेसीबी मंगाया तो ग्रामीण दूसरे अवैध निर्माण को भी हटाने की मांग को लेकर हंगामा करना शुरू कर दिया। स्थिति गंभीर होती देख राजस्व टीम ने इसकी सूचना एसडीएम धनघटा उत्कर्ष श्रीवास्तव को दी।

मौके पर पुलिस बल के साथ पहुंचे एसडीएम ने जब अष्टभुजा की नवनिर्मित दीवार को गिराने के निर्देश दिए तो उनके परिजन बिना नोटिस दिए दीवार गिराने का विरोध करने लगे। जिस पर पुलिस टीम ने परिजनों को हिरासत में ले लिया। 

चकरोड के शुरुआती हिस्से में गांव निवासी कृष्ण मोहन द्वारा कराए जा रहे दूसरे अवैध निर्माण का जब एसडीएम ने जायजा लिया तो नायब तहसीलदार ने बताया कि दूसरे पक्ष को उक्त स्थान पर शौचालय निर्माण कराने से तीन दिन पहले ही रोका गया था उसके बावजूद निर्माण कार्य किया जा रहा। जिस पर एसडीएम ने उक्त अवैध निर्माण को भी ध्वस्त कराने के साथ ही कानूनी कार्रवाई करने का आदेश दिया।

 एसडीएम उत्कर्ष श्रीवास्तव ने हल्का लेखपाल को दूरभाष पर धमकी देने वाले व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का भी निर्देश दिया। अतिक्रमण हटाने के संबंध में पूछे जाने पर एसडीएम ने बताया कि चकरोड की भूमि पर मना करने के बाद भी अवैध निर्माण कराया जा रहा था। जिससे गांव का सार्वजनिक मार्ग अवरूद्ध हो रहा था। पैमाइस करवाकर नियम संगत तरीके से अवैध निर्माण को हटवा दिया गया।

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