23 साल बाद हुई वापसी’, AIADMK के पूर्व सांसद वी मैत्रेयन बीजेपी में हुए शामिल

डीएन ब्यूरो

ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) से पिछले साल निष्कासित किए गए राज्यसभा के पूर्व सदस्य वी मैत्रेयन ने शुक्रवार को 23 वर्षों के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में वापसी की। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

AIADMK के पूर्व सांसद वी मैत्रेयन बीजेपी में हुए शामिल
AIADMK के पूर्व सांसद वी मैत्रेयन बीजेपी में हुए शामिल


नयी दिल्ली:  ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) से पिछले साल निष्कासित किए गए राज्यसभा के पूर्व सदस्य वी मैत्रेयन ने शुक्रवार को 23 वर्षों के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में वापसी की।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार उन्होंने यहां पार्टी महासचिव अरुण सिंह और सी टी रवि की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों और 2026 में होने वाले तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में ‘कमल’ खिलेगा। कमल भाजपा का चुनाव चिह्न है।

मैत्रेयन ने साल 2,000 में अन्नाद्रमुक का दामन थाम लिया था। इससे पहले वह भाजपा में थे। अन्नाद्रमुक में उन्हें पार्टी नेता व पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता का करीबी सहयोगी माना जाता था। जयललिता ने ही उन्हें तीन बार राज्यसभा का सदस्य मनोनीत किया था।

हालांकि, उनकी मृत्यु के बाद अन्नाद्रमुक पर मजबूत नियंत्रण रखने वाले ई के पलानीस्वामी ने पिछले साल उन्हें ‘पार्टी विरोधी गतिविधियों’ के लिए निष्कासित कर दिया था।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए मैत्रेयन ने भाजपा मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा कि वह केवल एक नाम नहीं हैं, बल्कि एक उभरते भारत का ‘मिशन और दृष्टिकोण’ हैं, जो विभिन्न क्षेत्रों में तेजी से आगे बढ़ रहा है।

मैत्रेयन ने कहा, ‘‘तमिलनाडु में 2024 और 2026 में कमल खिलेगा।’’

पलानीस्वामी ने हाल ही में दावा किया था कि भाजपा के साथ अन्नाद्रमुक का गठबंधन जारी है। हालांकि, मैत्रेयन का भाजपा में शामिल होना इस बात को दर्शाता है कि दोनों दलों के रिश्ते सहज नहीं हैं।

भाजपा महासचिव रवि ने इस अवसर पर कहा कि उनकी पार्टी राज्य में एक वास्तविक विपक्ष की भूमिका निभा रही है, भले ही उसके केवल चार विधायक हैं।

उन्होंने कहा कि वह लोगों के मुद्दों को लेकर द्रमुक सरकार से लड़ रही है।

सिंह ने कहा कि मोदी के नेतृत्व से प्रभावित होकर बड़ी संख्या में लोग भाजपा में शामिल हो रहे हैं और इससे पार्टी का विस्तार हो रहा है।

उन्होंने दावा किया कि ‘मोदी समर्थक’ अब ‘मोदी भक्त’ बन गए हैं, क्योंकि किसानों से लेकर गरीब लोग तक उन्हें मसीहा के रूप में देखते हैं।










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