फर्रुखाबाद जेल में कैदियों ने 7 घंटे तक जमकर मचाया तांडव, जेलर सस्पेंड

डीएन ब्यूरो

यूपी के फर्रूखाबाद स्थित फतेहगढ़ जिला जेल में कैदियों ने हंगामा कर दिया। कैदी अपने बीमार साथी को इलाज नहीं मिलने से नाराज थे। कैदियों के 7 घंटे चले हंगामे के बाद आखिर शाम होते होते जिला जेल के जेलर डीपी सिंह को शासन ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।

पथराव में घायल हुए पुलिस के अधिकारी
पथराव में घायल हुए पुलिस के अधिकारी


फर्रुखाबाद: जिला जेल में कैदियों और बंदी रक्षकों के बीच खूनी झड़प हुई है। इसके बाद जेलर डीपी सिंह को डीएम ने तत्काल प्रभाव से हटा दिया है। डीएम-एसपी ने कैदियों से बात की और उन्हें समझाया। तब कैदी 7 घंटे बाद जेल की छत से उतरकर अपनी बैरक में वापस लौट गए। घटना रविवार सुबह की है। जानकारी के अनुसार, साथी कैदी को इलाज न मिलने से गुस्साए कैदियों ने जेल अधीक्षक के समक्ष विरोध जताया। देखते ही देखते विवाद बढ़ने लगा और इस विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। कैदियों ने पथराव किया और खाने के भंडार में आग लगा दी।

कैदियों ने जेल की छत पर चढ़कर पथराव किया। जेल में हंगामे की खबर पर प्रभारी डीएम एनपी पांडेय भी वहां पहुंचे। पथराव की घटना में प्रभारी डीएम, जेल अधीक्षक राजेश वर्मा, मुख्य विकास अधिकारी नरेंद्र पांडे सहित कई सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। सभी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

कैदियों का आरोप है कि जेल चिकित्सक डा. नीरज अवैध रूप से वसूली करते थे और वह कैदियों का उचित इलाज भी नहीं करते थे। कैदियों की शिकायत पर जेल चिकित्सक को जेल अस्पताल से हटा दिया गया है। मौके पर डीआईजी जेल ने मोर्चा संभालते हुए कैदियों से बातचीत की। डीआईजी ने फौरी तौर पर जेलर धर्म पाल सिंह को निलंबित कर दिया है। जेल में आगजनी और पथराव की घटना के बाद जेल राज्य मंत्री जय कुमार जैकी फतेहगढ़ जेल पहुंचे जहां उन्होने हालात का जायजा लिया। मंत्री जय कुमार ने आईजी जेल को दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। माना जा रहा है कि इस घटना के बाद कुछ बड़े अधिकारियों पर गाज गिर सकती है।

क्या था मामला जिसके कारण भड़क गए कैदी
राजेपुर क्षेत्र के कैदी अतुल धारा 302 और 376 का मुल्जिम है। काफी दिनों से जेल के अस्पताल में भर्ती था। जेल के डॉक्टर नीरज कुमार ने शनिवार को तबीयत सही होने के कारण डिस्चार्ज कर दिया। अतुल इसका विरोध कर रहा था। उसी को लेकर विवाद शुरू हुआ। और विवाद इतना बढ़ा कि कैदी अतुल ने सिपाही से मारपीट कर दी। इसके बाद जब जेलप्रशासन ने सख्ती की तो कैदी एकजुट हो गए और पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। कैदिया ने जेल के गेट नंबर 2 को आग के हवाले कर दिया।










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