राष्ट्रपति ने ओडिशा के सिमलीपाल राष्ट्रीय उद्यान का दौरा किया, जानिये पूरा मामला
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को सिमलीपाल राष्ट्रीय उद्यान का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने जंगल सफारी भी की। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
बारीपदा: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को सिमलीपाल राष्ट्रीय उद्यान का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने जंगल सफारी भी की।
राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने मयूरभंज दौरे के दूसरे दिन की शुरुआत पंडित रघुनाथ मुर्मू को श्रद्धांजलि देने के साथ की। राष्ट्रपति मुर्मू संथाली भाषा की ओल चिकी लिपि के खोजकर्ता पंडित रघुनाथ मुर्मू के जन्मस्थान दंडबोश गांव पहुंची और उनकी जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। मुर्मू ने बृहस्पतिवार की रात रायरंगपुर स्थित अपने घर पर विश्राम किया था।
देश की पहली आदिवासी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू संथाल जनजाति से हैं।
पिछले साल राष्ट्रपति पद के लिए द्रौपदी मुर्मू की उम्मीदवारी का समर्थन करने वाली ओडिशा सरकार ने पंडित रघुनाथ मुर्मू स्मारक के विकास के लिए 10 करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा की।
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मुर्मू पिछले साल जुलाई में राष्ट्रपति चुने जाने के लगभग 10 महीने बाद पहली बार अपने गृहनगर आई।
सिमलीपाल की उनकी यात्रा भारत के किसी भी राष्ट्रपति की पहली यात्रा है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार सिमलीपाल नेशनल पार्क के अधिकारियों ने कहा कि राष्ट्रपति की यात्रा के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं। उनका मुख्य क्षेत्र में स्थित चहला के दौरे का कार्यक्रम है, जहां उन्हें स्थानीय आदिवासी भोजन परोसा जाएगा और फिर वह भ्रमण के दौरान हिरण, सांभर और हाथियों को देखेंगी।
राष्ट्रीय उद्यान 2,750 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला है और यह रॉयल बंगाल टाइगर और एशियाई हाथी का आवास है।
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राष्ट्रपति इस दौरान बरेहीपानी और जोरांडा में झरनों के दृश्यों का आनंद उठाएंगी। 399 मीटर ऊंचा बरेहीपानी भारत का दूसरा सबसे ऊंचा जलप्रपात है, जबकि जोरांडा 150 मीटर ऊंचा है।
राष्ट्रपति के दौरे के मद्देनजर चार मई से दो दिनों के लिए राष्ट्रीय उद्यान को आगंतुकों के लिए बंद किया गया है।