यूपी की बड़ी खबर: फर्जी दस्तावेजों पर 26 वर्षों से कर रहे थे नौकरी, सरकारी स्कूलों में कई शिक्षक बर्खास्त

डीएन ब्यूरो

उत्तर प्रदेेश में फर्जी अभिलेखों के सहारे 26 वर्षों से सरकारी स्कूल में सेवारत एक शिक्षक को बर्खास्त (सेवा समाप्त) कर दिया गया। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

प्रतीकात्मक चित्र
प्रतीकात्मक चित्र


प्रतापगढ़: उत्तर प्रदेेश के प्रतापगढ़ जिले में फर्जी अभिलेखों के सहारे 26 वर्षों से सरकारी स्कूल में सेवारत एक शिक्षक को बर्खास्त (सेवा समाप्त) कर दिया गया। शनिवार को एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) भूपेंद्र सिंह ने शनिवार को बताया कि विकास खण्ड विहार क्षेत्र के कल्यानगढ़ नगरहन का पुरवा निवासी नन्द किशोर इसी विकास खण्ड के अतरसुई प्राथमिक विद्यालय में सहायक शिक्षक के रूप में तैनात था, जिसके विरुद्ध गांव के ही चन्द्रिका प्रसाद मिश्रा ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर फर्जी अभिलेख पर नौकरी करने की शिकायत की थी।

सिंह ने बताया कि शिकायत पर नोटिस जारी कर आरोपी से हाईस्कूल के अंकपत्र एवं प्रमाणपत्र मांगे गये। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा अंकपत्र एवं प्रमाणपत्र के सत्यापन में खुलासा हुआ कि नन्द किशोर 1975 में हाईस्कूल की परीक्षा में शामिल हुआ था और उसे 48 अंक मिले थे। उसकी जन्मतिथि 28 अक्टूबर 1958 थी।

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के मुताबिक फिर दूसरी बार उसने 1984 में हाईस्कूल की परीक्षा दी, जिसमें उसे 312 अंक मिले, लेकिन इस बार उसने अपनी जन्मतिथि बदल कर 28, अक्टूबर 1964 कर ली थी।

सिंह ने कहा कि उसकी नियुक्ति 31, जुलाई 1997 में सहायक शिक्षक के पद पर हुई और 26 वर्ष की सेवा के बाद फर्जी अभिलेख के खुलासे के बाद शुक्रवार को उसे बर्खास्त कर दिया गया।










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