प्रधान ने शराब कारोबारियों के पास से बरामद की गयी बेनामी संपत्ति का स्रोत जानना चाहा

डीएन ब्यूरो

ओडिशा में शराब निर्माता कंपनियों के यहां छापे में आयकर विभाग को 250 करोड़ रुपये से अधिक धनराशि मिलने के बीच केंद्रीय मंत्री धमेंद्र प्रधान ने शनिवार को शराब कारोबारियों से जब्त की गयी इस ‘बेनामी संपत्ति’ का स्रोत जानना चाहा। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

केंद्रीय मंत्री धमेंद्र प्रधान
केंद्रीय मंत्री धमेंद्र प्रधान


भुवनेश्वर: ओडिशा में शराब निर्माता कंपनियों के यहां छापे में आयकर विभाग को 250 करोड़ रुपये से अधिक धनराशि मिलने के बीच केंद्रीय मंत्री धमेंद्र प्रधान ने शनिवार को शराब कारोबारियों से जब्त की गयी इस ‘बेनामी संपत्ति’ का स्रोत जानना चाहा।

प्रधान ने कहा कि यह चिंता का विषय है कि इतनी अधिक बेनामी रकम बरामद हुई है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘ ओडिशा, पश्चिम बंगाल और झारखंड के कुछ लोगों का इस रकम से संबंध बताया जाता है। इस बेनामी संपत्ति का स्रोत कहां है? इस मामले की सच्चाई क्या है? क्या ओडिशा के कुछ लोगों का जब्त की गयी धनराशि से संबंध है?’’

उन्होंने उन कुछ लोगों की चुप्पी पर भी सवाल उठाया ‘जो ईमानदारी का ढ़ोल पीटते हैं।’

वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा, ‘‘नैतिकता की बात करने वाले कुछ राजनीतिक दलों के नेता इस घटना पर चुप हैं, ऐसे में आम लोगों के दिमाग में शंका उत्पन्न हो गयी है।’’

ओडिशा समेत देश के लोगों द्वारा ‘मोदी की गारंटी’ पर भरोसा करने का दावा करते हुए प्रधान ने कहा कि मोदी सरकार के शासनकाल में भ्रष्टाचार की अनुमति नहीं होगी।

उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘लूटा गया पैसा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में बरामद किया जाएगा तथा इस घटना में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यह मोदी की गारंटी है।’’

इस बीच प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष लेखाश्री सामंतसिंघर ने ‘शराब कारोबारियों के पास इतना अधिक नकद जमा होने के पीछे’ सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) के नेताओं और ओडिशा सरकार का हाथ होने का आरोप लगाया।

कम से कम तीन कैबिनेट मंत्रियों एवं पूर्व विधायक का नाम लेते हुए सामंतसिंघर ने कहा, ‘‘झारखंड के कांग्रेस सांसद बस कंपनी के मालिक हैं। बीजद सरकार ओडिशा में कंपनी का प्रबंधन कर रही है। जब कंपनी इतनी अधिक संपत्ति इकट्ठा कर रही थी तब सतर्कता विभाग, अपराध शाखा, आबकारी, आर्थिक अपराध शाखा क्या कर रही थी और कैसे राज्य सरकार को इसकी भनक नहीं लगी? शराब का यह धंधा चुनाव के दौरान बीजद के लिए धन का स्रोत है।’’

बीजद ने शुक्रवार को एक बयान में भाजपा के आरोप का खंडन किया था और कहा था कि झारखंड के भाजपा नेता दावा कर रहे हैं कि जब्त की गयी रकम कांग्रेस नेताओं की है और कांग्रेस नेता उसके उलट आरोप लगा रहे हैं।

बीजद ने कहा कि दोनों ही एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि भाजपा और कांग्रेस ने इस कारोबारी के पास अपनी धनराशि जमा की थी।










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