महराजगंज: कपड़ा व्यापारी हत्याकांड में 21 घंटे बाद भी पुलिस के हाथ खाली, दर्जन भर लोगों को पुलिस ने उठाया, मची दहशत

शहर में सरेराह आधी रात को सनसनीखेज तरीके से हुए कुर्मी जाति के कपड़ा व्यापारी की निर्मम हत्या के मामले में 21 घंटे बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। व्यापारियों में कोतवाली पुलिस की निष्क्रियता को लेकर आक्रोश व्याप्त है। पुलिस ने पूछताछ के नाम पर एक दर्जन से अधिक लोगों को उठा लिया है। इस रवैये को लेकर शहर में जबरदस्त आक्रोश व्याप्त है। खुलासे के लिए 8 टीमें लगायी गयी हैं। एक्सक्लूसिव रिपोर्ट..

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 15 April 2018, 10:32 PM IST
google-preferred

महराजगंज: बैकुंठपुर स्थित पावर हाउस के सामने मेन सड़क पर शनिवार/रविवार की मध्यरात्रि एक बजे के करीब रॉड से मारकर हुई कुर्मी जाति के युवा कपड़ा व्यापारी आशुतोष पटेल की दिल दहलाने वाली हत्या के मामले में शहर कोतवाल रामदवन मौर्य की नाकामी को लेकर लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर हैं।

महराजगंज शहर में कपड़ा व्यवसायी की निर्मम हत्या से सनसनी.. कोतवाल की भूमिका पर उठे सवाल.. पुलिस ने तीन को उठाया

मुकदमे का विवरण

21 घंटे बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। कोई कुछ बताने की स्थिति में नही है। हत्या के बाद पुलिस ने मुकदमा अपराध संख्या 259/18 धारा 302 आईपीसी के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ मृतक के पिता प्रमोद पटेल की तहरीर पर मुकदमा पंजीकृत कर लिया है। 

8 टीमें की गयी गठित

एसपी आरपी सिंह ने इस मामले को चुनौती के रुप में लेते हुए खुद इसकी मानीटरिंग शुरु कर दी है। कोतवाल की रात्रि गश्त की पोल खुलने के बाद मौका-ए-वारदात पर खुद एसपी पहुंचे और नाकामी के लिए मातहतों को जमकर लताड़ा। एसपी ने मामले के खुलासे के लिए 8 टीमें गठित की हैं। 

 

मृतक व्यापारी आशुतोष पटेल का फाइल फोटो

 

दो बिंदुओं पर चर्चाएं गर्म

इन सबके बावजूद दो बिंदुओं पर इस समय शहर भर में चर्चाओं का बाजार गर्म है.. पहला अब तक क्यों नही लापरवाह कोतवाल पर गाज गिरी? दूसरा क्या खुलासे के नाम पर पुलिस निर्दोषों का उत्पीड़न कर रही हैं? इन दोनों महत्वपूर्ण बिंदुओं पर शहर के लोगों और खास तौर पर कुर्मी समाज के लोगों का गुस्सा सजातीय जनप्रतिनिधियों पर उतर रहा है।

महराजगंज से बड़ी खबर.. आधा दर्जन पुलिस इंस्पेक्टरों का जिले से बाहर हुआ तबादला

थर्ड डिग्री के इस्तेमाल से आशंकित लोग

पुलिस ने जिन लोगों को उठाया है उनमें से कई के परिजनों ने डाइनामाइट न्यूज़ से बातचीत में आशंका जतायी कि रात में पुलिस इन पर थर्ड डिग्री का इस्तेमाल करेगी। इसे लेकर लोगों में दहशत का माहौल व्याप्त है। 

मित्र व परिजन भी पुलिस के निशाने पर

पुलिस ने पूछताछ के नाम पर मृतक के मित्रों व परिजनों को टांग लिया है। दिन भर कई टीमें अलग-अलग पूछताछ में जुटी रहीं। 

आशनाई और सूदखोरी के एंगल पर भी जांच

अंदर की खबर ये है कि पुलिस इस हत्याकांड में आशनाई और सूदखोरी के एंगल को ध्यान में रखकर अपनी पूछताछ आगे बढ़ा रही है। खबर ये भी है कि व्यापारी सूदखोरी के धंधे में भी सक्रिय था। इसी बीच ये भी खबर छनकर आ रही है कि मृतक का अपनी पत्नी के साथ संबंध बहुत मधुर नही थे। 

ननिहाल में रहता था मृतक

मृतक व्यापारी कालेज रोड स्थित हाजी काम्पलेक्स में जेडीएफ नाम से गारमेंट्स शाप चलाता था और यह मूलरुप से कुशीनगर के हाटा इलाके का निवासी था। यह बचपन से अपने मामा दिनेश पटेल के वहां महराजगंज में रहता था। आसपास के लोगों के मुताबिक मृतक अच्छे स्वभाव का व्यक्ति था।

पत्नी है लखनऊ में स्टाफ नर्स

इसकी पत्नी लखनऊ के एक अस्पताल में स्टाफ नर्स का काम करती है। मृतक की ससुराल श्यामदेउरवा थाने के बसहिया बुजुर्ग गांव में है और इनका विवाह करीब 7 साल पहले हुआ था।

पोस्टमार्टम के बाद हुआ अंतिम संस्कार

इससे पहले रविवार शाम तक जिला अस्पताल में मृतक का पोस्टमार्टम चलता रहा। करीब 8 बजे कुशीनगर जिले के पैतृक गांव अर्जुन डोमरी में मृतक का अंतिम संस्कार किया गया। 

काल डिटेल से जुड़ रही हैं कड़ियां

नाम न छापने की शर्त पर जांच में जुटे एक पुलिस अफसर ने डाइनामाइट न्यूज़ ने बताया कि मृतक के काल डिटेल को पुलिस ने खंगाल लिया है और इससे कई अहम सुराग हाथ लगे हैं।

मोबाइल के सिक्योरिटी एप लॉक न खुलने से आ रही हैं दिक्कतें

भरोसेमंद सूत्रों ने बताया कि मृतक सिक्योरिटी प्वाइंट से अपने मोबाइल में गैलरी और व्हाट्सअप जैसे App को लॉक करके रखता था जिसे अब तक पुलिस खोल नही पायी है। इसके खुलने के बाद कई और कड़ियां आसानी से जुड़ेंगी औऱ नतीजे तक पहुंचना आसान होगा।

दावत के दोस्तों पर भी है निगाह

आसपास के लोगों ने बताया कि मृतक हत्या वाली रात अपना दुकान बंद करने के बाद एक दावत में शामिल होने गया था और यहां से खाना खाने का बाद देर रात को घर के लिए निकला था। इस दौरान इसके एक दोस्त का कई बार मृतक के मोबाइल पर फोन गया। इस वजह से यह सजातीय दोस्त पुलिस के राडार पर चढ़ा हुआ है।

रहस्यमय सवाल

सबसे बड़ा यक्ष प्रश्न यह है कि मृतक की हत्या पावर हाउस के सामने हुई या फिर कहीं और हत्या कर लाश को पावर हाउस के सामने फेंक दिया गया? इस अनसुलझे सवाल का जवाब फिलहाल कोई पुलिस अफसर देने को तैयार नही है..

No related posts found.