Driverless Metro in Delhi: जानिये, दिल्ली की ड्राइवरलेस मेट्रो से जुड़ी कुछ खास बातें, PM मोदी ने किया उद्घाटन

डीएन ब्यूरो

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को देश की राजधानी दिल्ली वासियों को बड़ी सौगात देते हुए देश की पहली ड्राइवरलेस मेट्रो को हरी झंडी दिखाई। डाइनामाइट न्यूज की इस रिपोर्ट में जानिये इससे जुड़ी कुछ खास बातें

ड्राइवरलेस मेट्रो को हरी झंडी दिखाते पीएम मोदी
ड्राइवरलेस मेट्रो को हरी झंडी दिखाते पीएम मोदी


नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को राजधानी दिल्ली वासियों को बड़ी सौगात देते हुए देश की पहली ड्राइवरलेस मेट्रो को हरी झंडी दिखाई। दिल्ली में पहले चरण में ड्राइवरलेस मेट्रो मजेंटा लाइन पर जनकपुरी पश्चिम से नोएडा के बॉटनिकल गार्डन मेट्रो स्टेशन के बीच दौड़ेगी और बाद में इसे आगे भी बढ़ाया जाएगा और अन्य लाइनों पर भी ऐसी मेट्रो चल सकेगी। इसके साथ ही सोमवार को एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (एनसीएमसी) सेवा की भी शुरुआत की गयी। इस कार्यक्रम में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी शामिल हुए।

ड्राइवरलेस मेट्रो को हरी झंडी दिखाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज से 3 साल पहले मेजेंटा लाइन की शुरुआत हुई थी, अब इसी लाइन पर ड्राइवरलेस मेट्रो की शुरुआत हो रही है। पीएम मोदी ने कहा कि भविष्यों की जरूरतों के लिए देश काम कर रहा है। पहले चरण में ड्राइवरलेस ट्रेन मजेंटा लाइन पर जनकपुरी पश्चिम से नोएडा के बॉटनिकल गार्डन मेट्रो स्टेशन के बीच दौड़ेगी।

जानिये, ड्राइवरलेस मेट्रो की कुछ खास बातें 

1) देश में साल 2014 तक सिर्फ 5 शहरों में मेट्रो रेल थी लेकिन आज 18 शहरों में मेट्रो रेल की सेवा है। साल 2025 तक सरकार इसे  25 से ज्यादा शहरों तक विस्तार देगी। 

2) ड्राइवरलेस (चालक रहित) मेट्रो ट्रेनें पूरी तरह स्वचालित होंगी, जिनमें मानवीय हस्तक्षेप की न्यूनतम आवश्यकता होगी। इससे मानवीय गलतियों के कारण परिचालन प्रभावित होने की आशंका समाप्त हो जाएगी। 

3) साल 2021 में दिल्ली की पिंक लाइन में 57 किलोमीटर तक ड्राइवरलेस मेट्रो चलाने की योजना है, जो मजलिस पार्क से शिव विहार तक की दूरी तय करेगी। 

4) इस तरह से कुल 94 किलोमीटर तक ड्राइवरलेस ट्रेनें दौड़ाने की योजना है। आम मेट्रो ट्रेन की तरह ही ड्राइवरलेस ट्रेन में भी 6 कोच होंगे। 

5) डीएमआरसी पिछले करीब 3 साल से ड्राइवरलेस मेट्रो ट्रेन का ट्रायल कर रहा था. दिल्ली मेट्रो ने पहली बार सितंबर 2017 को इसका ट्रायल शुरू किया था।

6) ड्राइवरलेस ट्रेन में 2,280 यात्री एक बार में सफर कर सकते हैं. इसमें हर कोच में 380 यात्री सवार हो सकते हैं। 

7) इसके साथ ही भारत दुनिया के उन चुनिंदा देशों में शामिल हो गया है जहां इस तरह की बिना ड्राइवर को ट्रेन चलाने की सुविधा हैं।










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