प्रख्यात ज्योतिषाचार्य शंकर चरण त्रिपाठी बोले- सत्कर्म का संदेश देती हैं महाकवि तुलसीदास की रचनाएं

देश के प्रख्यात ज्योतिषाचार्य डा शंकर चरण त्रिपाठी ने पटना में प्रज्ञा समिति द्वारा आयोजित तुलसी जयंती समारोह में महाकवि तुलसीदास को ऐसा भक्त बताया, जिनकी उंगलियों पर भगवान राम खुद नृत्य करते थे। डाइनामाइट न्यूज़ की खास रिपोर्ट..

Updated : 19 August 2018, 2:28 PM IST
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पटना: स्थानीय पेंशनर समाज भवन में प्रज्ञा समिति द्वारा आयोजित तुलसी जयंती समारोह को संबोधित करते हुए देश के प्रमुख ज्योतिषाचार्य डा शंकर चरण त्रिपाठी ने कहा कि महाकवि तुलसीदास की रचनाएं हमें जीवन में सत्कर्म के मार्ग पर चलने का संदेश देती है। उन्होंने कहा कि महाकवि की रचनाएं हर दौर में प्रासंगिक है, जिन पर चलकर कोई भी परमत्व को प्राप्त कर सकता है।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डा त्रिपाठी ने कहा कि  मैं भी महाकवि तुलसीदास के गांव बांदा जिले के राजापुर चित्रकूट का रहने वाला हूं, जो मेरा सौभाग्य है। उन्होंने कहा कि तुलसीदास जी एक कवि ही नहीं बल्कि ऐसे परम भक्त थे जिनसे खुश होकर भगवान भी खुश होकर उनकी उंगलियों पर नाचते थे। उन्होंने कहा कि तुलसीदास ने उस वक्त अपनी रचनाओं के जरिये जो भविष्यवाणी की थी, वह आज फलीभूत हो रही है। 

डा  त्रिपाठी ने कहा कि तुलसीदास जी लोक परलोक, दृष्टि भाव ज्ञान कर्म व शक्ति के अदभुत संगम थे। वह इस पृथ्वी के अनमोल निधि थे जिन्होंने सर्वयुगीन अमरत्व को प्राप्त किया। 

इस मौके पर पटना विश्वविद्यालय के कुलपति रासबिहारी प्रसाद सिंह ने कहा कि तुलसीदास के कारण ही समाज के हर घर में रामचरित मानस का पाठ होता है। वह समाज के नवनिर्माण के वाहक थे। उन्होंने कहा कि वे रावण, लक्ष्मण व अन्य पात्रों को भी इस ढंग से प्रस्तुत किया जो समाज को नयी दिशा प्रदान करता है।

इस मौके पर कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रख्यात साहित्यकार शिववंश पांडेय ने किया। कार्यक्रम के हिन्दी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष अनिल सुलभ, प्रख्यात साहित्यकार शशि शेखर तिवारी, नंद जी पांडेय, नलनी रंजन सिंह, अधिवक्ता अजित शुक्ला, योगेन्द्र प्रसाद मिश्र सहित कई साहित्य कार मौजूद रहे।
 

Published : 
  • 19 August 2018, 2:28 PM IST

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