

पाकिस्तान के उच्च शिक्षा आयोग (एचईसी) ने यहां के एक विश्वविद्यालय में होली मनाने पर आपत्ति जताते हुए जारी अपने पत्र को सोशल मीडिया पर भारी विरोध और सरकार के हस्तक्षेप के बाद वापस ले लिया है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
इस्लामाबाद: पाकिस्तान के उच्च शिक्षा आयोग (एचईसी) ने यहां के एक विश्वविद्यालय में होली मनाने पर आपत्ति जताते हुए जारी अपने पत्र को सोशल मीडिया पर भारी विरोध और सरकार के हस्तक्षेप के बाद वापस ले लिया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार गौरतलब है कि उच्च शिक्षा आयोग (एचईसी) की कार्यकारी निदेशक शाइस्ता सोहेल ने इस्लामाबाद में कायद-ए-आजम विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा होली उत्सव मनाने को लेकर आपत्ति जताते हुए एक पत्र जारी किया था।
हालांकि, पत्र जारी किये जाने के बाद सोशल मीडिया पर इसकी बहुत आलोचना हुई और कई लोगों ने एचईसी के शैक्षणिक प्रदर्शन के बारे में सवाल उठाया और उन्हें लोगों की नैतिकता पर ध्यान देने के बजाय शिक्षा स्तर में सुधार करने की नसीहत दी।
प्रधानमंत्री की रणनीतिक सुधार इकाई के प्रमुख सलमान सूफी ने स्पष्ट किया कि शिक्षा मंत्री राणा तनवीर हुसैन ने एचईसी को विवादास्पद पत्र वापस लेने का निर्देश दिया।
सोहेल के एक बयान के अनुसार, एचईसी 'देश में मनाए जाने वाले सभी धर्मों, आस्थाओं और विश्वासों और उनसे जुड़े त्योहारों और समारोहों का बहुत सम्मान करता है।'
एचईसी ने पत्र में स्वीकार किया कि उनके द्वारा दिये गये संदेश की गलत व्याख्या की गई और इस वजह से अधिसूचना वापस ली जा रही है।
इससे पहले, शिक्षा मंत्री ने संसद को सूचित किया कि एचईसी ने अपना पत्र वापस ले लिया है, जिसमें होली मनाने पर प्रतिबंध लगाया गया था।
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