मेघालय के संगठन ने सीमावर्ती क्षेत्र के निवासियों को बांटा तीर-धनुष, पुलिस ने किया मुकदमा दर्ज
मेघालय में एक संगठन ने मंगलवार को राज्य और असम के बीच अंतरराज्यीय सीमा मुद्दों को हल करने के लिए बातचीत के बीच वेस्ट जयंतिया हिल्स के मुकरोह क्षेत्र के निवासियों के बीच पारंपरिक हथियार वितरित करने का दावा किया, जिसके बाद पुलिस ने इसके नेता के खिलाफ मामला दर्ज किया।
शिलॉन्ग: मेघालय में एक संगठन ने मंगलवार को राज्य और असम के बीच अंतरराज्यीय सीमा मुद्दों को हल करने के लिए बातचीत के बीच वेस्ट जयंतिया हिल्स के मुकरोह क्षेत्र के निवासियों के बीच पारंपरिक हथियार वितरित करने का दावा किया, जिसके बाद पुलिस ने इसके नेता के खिलाफ मामला दर्ज किया।
हिनीवट्रेप नेशनल यूथ मूवमेंट (एचएनवाईएम) के नेता लुइस दोहतडांग ने तलब किए जाने पर पुलिस को बताया कि संगठन ने कार्बी उग्रवादियों से रक्षा के लिए विवादित ब्लॉक एक क्षेत्र में मुकरोह के लोगों के बीच धनुष और तीर वितरित किए हैं।
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दोहतडांग ने बाद में संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने पिछले साल (2022) असम-मेघालय की विवादित सीमा के पास के गांवों में लोगों को कार्बी उग्रवादियों के हमले से बचाने के लिए 100 धनुष और 1000 तीर वितरित किए।’’
उन्होंने कहा कि धनुष और तीर खासी जनजाति के पारंपरिक हथियार हैं और इसके लोगों के सभी घरों में सुरक्षा के उपाय के रूप में ये स्वदेशी हथियार हैं।
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दोहतडांग के दावे के बाद मंगलवार को मेघालय पुलिस ने स्वत: संज्ञान लेते हुए एक मामला दर्ज किया और उस पर सांप्रदायिक हिंसा पैदा करने के प्रयास समेत भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। दोहतडांग का बयान भी दर्ज किया गया।
मेघालय और असम छह क्षेत्रों में अपने विवाद को सुलझाने के अग्रिम चरण में हैं, जिनमें वेस्ट खासी हिल्स जिले के लैंगपिह क्षेत्र के गांव, री-भोई जिले के ब्लॉक दो और जयंतिया हिल्स क्षेत्र का ब्लॉक एक शामिल हैं।