कट्टरपंथी अमृतपाल सिंह की फरारी का एक माह पूरा, पंजाब पुलिस के हाथ खाली, जानिये ये अपडेट

डीएन ब्यूरो

कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह अपने एक गिरफ्तार सहयोगी की रिहाई के लिए अजनाला पुलिस थाने पर उसके समर्थकों द्वारा धावा बोलने के बाद पंजाब पुलिस की तरफ से की गई कार्रवाई के एक महीने बाद भी फरार है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

सीसीटीवी फुटेज के अलावा कहीं नजर नहीं आया अमृतपाल
सीसीटीवी फुटेज के अलावा कहीं नजर नहीं आया अमृतपाल


चंडीगढ़: कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह अपने एक गिरफ्तार सहयोगी की रिहाई के लिए अजनाला पुलिस थाने पर उसके समर्थकों द्वारा धावा बोलने के बाद पंजाब पुलिस की तरफ से की गई कार्रवाई के एक महीने बाद भी फरार है।

उसकी पत्नी किरणदीप कौर को बृहस्पतिवार को अमृतसर हवाईअड्डे पर आव्रजन अधिकारियों ने उस समय रोक लिया जब वह लंदन जाने वाली एक उड़ान में सवार होने की कोशिश कर रही थी। अमृतपाल ने इसी साल फरवरी में ब्रिटेन में रहने वाली कौर से शादी की थी।

अमृतपाल और उसके संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ के सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई 18 मार्च से शुरू हुई थी।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार वह हालांकि दो बार पुलिस के शिकंजे से बच गया - पहली बार 18 मार्च को जालंधर जिले में वाहनों को बदलकर और फिर 28 मार्च को होशियारपुर में जब वह अपने प्रमुख सहयोगी पपलप्रीत सिंह के साथ पंजाब लौटा।

अमृतपाल के सलाहकार माने जाने वाले और कथित तौर पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के संपर्क में रहे पपलप्रीत को गिरफ्तार कर लिया गया है।

कथित तौर पर वैमनस्य फैलाने, हत्या के प्रयास, पुलिस कर्मियों पर हमले और लोक सेवकों द्वारा कर्तव्य के वैध निर्वहन में बाधा डालने के लिए खालिस्तान समर्थक और उसके सहयोगियों के खिलाफ कई मामले दर्ज किए गए हैं।

पटियाला, कुरुक्षेत्र और दिल्ली सहित कई जगहों पर कई सीसीटीवी फुटेज में बदले हुए रूप में नजर आने के बावजूद, कट्टरपंथी उपदेशक पुलिस की गिरफ्त में अब तक नहीं आ पाया है।

फरार रहने के दौरान अमृतपाल के दो वीडियो और एक ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया पर आए। 30 मार्च को सामने आए अपने दो वीडियो में से एक में अमृतपाल ने जोर देकर कहा कि वह भगोड़ा नहीं है और जल्द ही पेश होगा।

खालिस्तान समर्थक उपदेशक ने दावा किया था कि वह उन लोगों की तरह नहीं है जो देश छोड़कर भाग जाएंगे।

ऐसी अफवाहें थीं कि अमृतपाल बठिंडा के तलवंडी साबो में तख्त दमदमा साहिब में बैसाखी पर आत्मसमर्पण कर सकता है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

पुलिस ने उसके संभावित ठिकानों की तलाश जारी रखी और हाल में हरियाणा के सिरसा में भी छापेमारी की थी। इससे पहले राजस्थान और उत्तर प्रदेश में भी तलाशी ली गई थी।










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