ओडिशा : चक्रवाती तूफान के बीच सात तटीय जिलों में अलर्ट

डीएन ब्यूरो

ओडिशा सरकार ने दक्षिणी अंडमान सागर पर कम दबाव वाले क्षेत्र के निर्माण के बीच राज्य के सात तटीय जिलों के लिए मंगलवार को अलर्ट जारी किया। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

चक्रवाती तूफान के बीच सात तटीय जिलों में अलर्ट
चक्रवाती तूफान के बीच सात तटीय जिलों में अलर्ट


भुवनेश्वर: ओडिशा सरकार ने दक्षिणी अंडमान सागर पर कम दबाव वाले क्षेत्र के निर्माण के बीच राज्य के सात तटीय जिलों के लिए मंगलवार को अलर्ट जारी किया। 

अधिकारियों के मुताबिक, कम दबाव वाले क्षेत्र के दबाव क्षेत्र में तब्दील होकर दो दिसंबर तक चक्रवात में बदलने की संभावना है।

बालासोर, भद्रक, केंद्रपाड़ा, जगतसिंहपुर, पुरी, खुर्दा और गंजम जिले के जिलाधिकारियों को लिखे पत्र में विशेष राहत आयुक्त सत्यव्रत साहू ने कहा कि दक्षिणी अंडमान सागर पर बने कम दबाव वाले क्षेत्र के दबाव क्षेत्र में तब्दील होकर बाद में चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है।

पत्र में कहा गया कि इसलिए मछुआरों को एक दिसंबर की सुबह से समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी जानी चाहिए और जो लोग समुद्र में गए हैं उन्हें उस तारीख तक लौट आना चाहिए।

यह पत्र मत्स्य पालन एवं पशु संसाधन विभाग को भी भेजा गया है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार भुवनेश्वर मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक एच.आर. बिस्वास ने बताया कि तूफान के सटीक मार्ग का पता तब चलेगा जब कम दबाव वाला क्षेत्र दबाव क्षेत्र में तब्दील होगा।

उन्होंने बताया कि तीन दिसंबर को कोरापुट, रायगड़ा, गजपति, गंजम, पुरी और जगतसिंहपुर के कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ बौछार पड़ने की संभावना है।

साहू ने पत्र में कहा कि दबाव के प्रभाव की वजह से एक दिसंबर को मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर हवा की गति 40 से 50 किलोमीटर (किमी) प्रति घंटे और दो दिसंबर को 50 से 60 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है।

उन्होंने कहा कि समुद्र की स्थिति बहुत खराब होने की संभावना है इसलिए मछुआरों को सलाह दी जाती है कि वे एक दिसंबर से मछली पकड़ने के लिए समुद्र में न जाएं।










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