हरदोई जेल में बंद कुख्यात माफिया खान मुबारक की उपचार के दौरान मौत

डीएन ब्यूरो

हरदोई जिला कारागार में विचाराधीन कैदी के रूप में बंद माफिया खान मुबारक की इलाज के दौरान मौत हो गई। सोमवार को एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

कुख्यात माफिया खान मुबारक
कुख्यात माफिया खान मुबारक


हरदोई: हरदोई जिला कारागार में विचाराधीन कैदी के रूप में बंद माफिया खान मुबारक की इलाज के दौरान मौत हो गई। सोमवार को एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

हरदोई के जिलाधिकारी (डीएम) मंगला प्रसाद सिंह ने बताया कि 43 वर्षीय खान मुबारक को निमोनिया हुआ था और बीते कई दिनों से उसका उपचार चल रहा था। उन्होंने कहा कि हरदोई मेडिकल कॉलेज में उपचार के दौरान ही उसकी मौत हो गई।

पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि अंबेडकरनगर जिले के हंसवर थाना क्षेत्र के हरसंभार गांव निवासी खान मुबारक के खिलाफ हत्‍या, हत्‍या के प्रयास, लूट, रंगदारी समेत 40 मामले अंबेडकरनगर, लखनऊ, नोएडा और प्रयागराज के विभिन्‍न थानों में दर्ज हैं। खान मुबारक कई बड़े शूटआउट में भी शामिल रहा है।

जफर सुपारी के छोटे भाई खान मुबारक का नाम उप्र पुलिस द्वारा जारी 66 माफिया की सूची में 22वें नंबर पर दर्ज है।

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पिछले दो माह के भीतर माफिया की इस सूची के आदित्‍य राणा, अतीक अहमद, अनिल दुजाना, संजीव माहेश्‍वरी 'जीवा' समेत कई मारे जा चुके हैं।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि खान मुबारक ने इलाहाबाद और उसके आसपास के इलाकों में खूब दहशत फैलाई थी, लेकिन बाद में छोटा राजन के संपर्क में आ गया और उसके इशारे पर आपराधिक गतिविधियों में सक्रिय हो गया।

खान मुबारक के आपराधिक इतिहास के पीछे उसका बड़ा भाई भी बहुत मायने रखता है।

पुलिस के अनुसार खान मुबारक का बड़ा भाई जफर सुपारी भी एक कुख्यात बदमाश था। खान मुबारक स्कूल की पढ़ाई खत्‍म कर इलाहाबाद विश्वविद्यालय में पढ़ाई करने पहुंचा, लेकिन अपराध में लिप्त हो गया।

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पुलिस के मुताबिक खान मुबारक ने एक क्रिकेट मैच के दौरान अंपायर पर केवल इसलिए गोली चला दी कि उसने उसे रन आउट करार दे दिया था।

 

 










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