अधिकारी के ‘‘उत्पीड़न’’ के आरोप में कालिंदी कॉलेज की प्राचार्य के खिलाफ कानूनी नोटिस

डीएन ब्यूरो

कालिंदी कॉलेज की प्राचार्य को कॉलेज के वरिष्ठ लेखा अधिकारी को कथित तौर पर ‘‘परेशान और प्रताड़ित करने’’ के आरोप में कानूनी नोटिस भेजा गया है पढ़िए पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

प्राचार्य नैना हसीजा (फाइल फोटो)
प्राचार्य नैना हसीजा (फाइल फोटो)


नयी दिल्ली: कालिंदी कॉलेज की प्राचार्य को कॉलेज के वरिष्ठ लेखा अधिकारी को कथित तौर पर ‘‘परेशान और प्रताड़ित करने’’ के आरोप में कानूनी नोटिस भेजा गया है।

बहरहाल, प्राचार्य नैना हसीजा ने इन आरोपों को खारिज करते हुए इस कानूनी नोटिस को ‘‘व्यक्तिगत रूप से बदला लेने के लिए’’ की गई कार्रवाई करार दिया और आरोप लगाया कि लेखा अधिकारी अमित गुप्ता को 11 मई को अहम दस्तावेज चुराते हुए पकड़ा गया था।

अमित गुप्ता की पत्नी ने रविवार को अपने वकील के जरिए हसीजा, कॉलेज के सहायक सलाहकार अनिल कुमार बुटान और प्राचार्य की कार्यवाहक एसपीए भावना मुंजाल को नोटिस भेजा।

नोटिस में तीनों पर गुप्ता के खिलाफ ‘‘अवैध कार्रवाई करने और उन्हें धमकी देने’’ का आरोप लगाया। इसमें कॉलेज के वरिष्ठ लेखा परीक्षा अधिकारी से बिना शर्त माफी मांगे जाने की मांग की गई है।

हसीजा ने कहा, ‘‘यह व्यक्तिगत रूप से बदला लेने के लिए की गई कार्रवाई हैं। मैं उन्हें क्यों परेशान करूंगी? कॉलेज में 100 अधिकारी है। किसी ने नहीं कहा कि उन्हें परेशान किया जा रहा है। केवल उनके साथ ही ऐसा क्यों है?’’

उन्होंने कहा, ‘‘वह बहुत ही अयोग्य अधिकारी हैं। वह 11 मई को दस्तावेज चुराते हुए रंगे हाथ पकड़े गए थे, जिसके बाद वह कई सप्ताह से कार्यालय नहीं आ रहे। हमने उन्हें कॉलेज आने के लिए कई नोटिस जारी किए हैं।’’

अधिकारी की पत्नी ने करीब दो महीने में दूसरी बार प्राचार्य को कानूनी नोटिस भेजा है। उसने मार्च में भी इसी प्रकार का नोटिस भेजा था और प्राचार्य पर ‘‘उत्पीड़न’’ का आरोप लगाया था।

इससे पहले, इस महीने की शुरुआत में प्राचार्य ने दिल्ली पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना को पत्र लिखकर आधिकारिक दस्तावेजों की कथित ‘‘चोरी’’ के मामले में अमित गुप्ता के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किए जाने की मांग की थी। उन्होंने गुप्ता पर ‘‘महत्वपूर्ण वित्तीय दस्तावेजों को गोपनीय तरीके से स्कैन’’ करने का आरोप लगाया है।

कालिंदी कॉलेज के एक शिक्षक ने कहा कि अमित गुप्ता 11 मई को प्राचार्य द्वारा ‘‘उत्पीड़ित’’ किए जाने के बाद से कार्यालय नहीं आ रहे है।

उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ कहा, ‘‘उन्होंने उन (गुप्ता) पर चोरी का आरोप लगाया और सभी कर्मचारियों के सामने उन्हें अपशब्द करे। जब वह कॉलेज से चले गये, तो उन्होंने सुरक्षाकर्मियों से उनका पीछा करने को कहा। प्राचार्य अधिकारी के साथ लगातार दुर्व्यवहार कर रही हैं।’’

कानूनी नोटिस में मांग की गई है कि प्राचार्य ‘‘लिखित आश्वासन दें कि गुप्ता के जीवन, संपत्ति और प्रतिष्ठा को कुछ नहीं होगा‘ (भाषा)










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