नेपाल में बड़ा सियासी संकट, कैबिनेट की आपातकालीन बैठक में संसद को भंग करने का फैसला
नेपाल में रविवार को बड़ा सियासी उलटफेर सामने आया। नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली ने अचानक संसद को भंग करने का अभूतपूर्व फैसला सुनाया। डाइनामाइट न्यूज रिपोर्ट
नई दिल्ली: भारत के पड़ोसी देश नेपाल में रविवार को बड़ा सियासी उलटफेर सामने आया। नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली ने अचानक कैबिनेट की एक आपातकालीन बैठक बुलाकर संसद को भंग करने का अभूतपूर्व फैसला सुनाया। पीएम केपी शर्मा ओली के इस फैसले से नेपाल समेत कई देश हैरान हैं। संसद को भंग करने की कैबनेट की सिफारिश को राष्ट्रपति के पास मंजूरी के लिये भेज दिया गया है।
The decision has been made in haste as all the ministers weren’t present in the cabinet meeting this morning. This is against the democratic norms & would take the nation backwards. It can’t be implemented: Narayankaji Shrestha, Spokesperson of ruling Nepal Communist Party https://t.co/P9kYbhksWW
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— ANI (@ANI) December 20, 2020
नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली के इस फैसले के बाद वहां की राजनीति में खलबली मच गयी है। नेपाल की मुख्य विपक्षी पार्टी नेपाली कांग्रेस ने एक आपातकालीन बैठक बुलाई है, जिसमें संसद को भंग करने की सिफारिश को लेकर चर्चा की जायेगी और इसे लेकर आगे की रणनीति तय की जायेगी।
रविवार सुबह मंत्रिमंडल की एक आपात बैठक के बाद ओली की कैबिनेट में ऊर्जा मंत्री बरशमैन पुन ने कहा कि आज की कैबिनेट की बैठक ने सदन को भंग करवे के लिए राष्ट्रपति को सिफारिश भेजने का फैसला किया है।
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नेपाल के विपक्षी दलों समेत कई नेताओं ने पीएम ओली के इस फैसले को हैरान करने वाला बताया है। हालांकि इस फैसले के पीछे की असली वजहें अभी सामने आनी बाकी है।
ओली पर संवैधानिक परिषद अधिनियम से संबंधित एक अध्यादेश को वापस लेने का दबाव था जो कि उन्होंने मंगलवार को जारी किया था। उसी दिन राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी ने अध्यादेश को मंजूरी दे दी थी।