‘महाराष्ट्र विरोधी’ बयान पर विधानसभा में जताई गई आपत्तियां, जानिये क्या है पूरा मामला

डीएन ब्यूरो

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के विधायक जयंत पाटिल ने शुक्रवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के ‘महाराष्ट्र विरोधी’ बयानों का जिक्र करते हुए राज्य सरकार से इसका संज्ञान लेने को कहा।

महाराष्ट्र विधान परिषद (फ़ाइल)
महाराष्ट्र विधान परिषद (फ़ाइल)


मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के विधायक जयंत पाटिल ने शुक्रवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के ‘महाराष्ट्र विरोधी’ बयानों का जिक्र करते हुए राज्य सरकार से इसका संज्ञान लेने को कहा।

राकांपा नेता ने महाराष्ट्र विधानसभा में कहा कि जब से सरकार ने कर्नाटक के 865 मराठी भाषी गांवों में महात्मा ज्योतिबा फुले जन आरोग्य योजना का लाभ देने की घोषणा की है तभी से बोम्मई राज्य पर निशाना साध रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘अगर 865 गांवों के आम नागरिकों को स्वास्थ्य बीमा योजना की सुविधा दी जाती है तो समस्या क्या है?’’

पाटिल ने सदन में कहा कि बोम्मई ने महाराष्ट्र सरकार के फैसले को ‘अक्षम्य अपराध’ कहा था। राकांपा नेता ने कहा, ‘‘उन्होंने (बोम्मई ने) यह भी कहा कि कर्नाटक पंढरपुर और तुलजापुर मंदिर न्यासों को अनुदान देगा।’’

बोम्मई ने बृहस्पतिवार को महाराष्ट्र सरकार से अनुरोध किया था कि कर्नाटक की तरफ के मराठी भाषी गांवों में स्वास्थ्य बीमा योजना के क्रियान्वयन पर आदेश को तत्काल वापस लिया जाए। उन्होंने कहा कि वह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के सामने इस मुद्दे को उठाएंगे।










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