कानपुर हत्याकांड: गैंगस्टर विकास दूबे के दो साथी मुंबई से गिरफ्तार, फायरिंग के बाद कार-ट्रक से हुए थे फरार

डीएन ब्यूरो

कानपुर के बिकरु गांव में 2 जुलाई की रात 8 पुलिस कर्मियों की हत्या के मामले में वांछित गैंगस्टर विकास दुबे के दो साथियों को मुंबई से गिरफ्तार किया गया है। पूरी खबर..

गैंगस्टर विकास दूबे और गिरफ्तार गुड्डन त्रिवेदी (फाइल फोटो)
गैंगस्टर विकास दूबे और गिरफ्तार गुड्डन त्रिवेदी (फाइल फोटो)


नई दिल्ली/लखनऊ: कानपुर के बिकरु गांव 2 जुलाई की रात 8 पुलिस कर्मियों की हत्या के मामले में वांछित गैंगस्टर विकास दुबे के दो साथियों को मुंबई से गिरफ्तार किया गया है। दोनों आरोपी कानपुर कांड के बाद फरार होकर पुलिस से बचने के लिये मुंबई पहुंच गये थे। गिरफ्तार आरोपियों के नाम गुड्डन त्रिवेदी और सोनू तिवारी हैं। दोनों को महाराष्ट्र् एटीएस टीम ने शनिवार को मुंबई के उपनगर ठाणे से गिरफ्तार किया। 

जानकारी के मुताबिक गिरफ्तार गुड्डन त्रिवेदी कानपुर के बिकरू गांव में पुलिस हत्याकांड को अंजाम देने के बाद वहां से फरार हो गया था। पुलिस से बचने के लिये उसने अपना फोन भी बिकरु गांव के पास एक दुकान पर छोड़ दिया था। गिरफ्तार किया गया दूसरा आरोपी सोनू तिवारी उसका ड्राइवर है। गुड्डन त्रिवेदी ड्राइवर सोनू तिवारी के साथ वहां से कार लेकर फरार हुआ। 

मुंबई एटीएस की जुहू यूनिट ने ठाणे में एक सूचना के बाद दबिश देकर दोनों को गिरप्तार किया। गिरफ्तार गुड्डन त्रिवेदी थाने में अपने एक परिचित के घर रुका हुआ था। इसी बीच किसी ने एटीएस को उसके वहां छिपे होने की जानकारी दी, जिसके बाद एटीएस ने उसको उसके ड्राइवर के साथ धर दबोचा। 
यह भी जानकारी सामने आयी कि थाने में गुड्डन त्रिवेदी के जानने वाले लोग उसे अपने घर पर पनाह नहीं देना चाहते थे लेकिन उसके दबदबे से डरकर उसे वो शरण देने के लिये मजबूर हुए। 

पुलिस पूछताछ में यह सामने आया कि बिकरु कांड के बाद फरार होकर गुड्डन अपने ड्राइवर के साथ दतिया तक कार से आया और उसके बाद उन दोनों ने ट्रक के जरिये आगे का सफर तय किया। दोनों ट्रक के जरिए नासिक और फिर दूसरे ट्रक से पुणे होते हुए थाने पहुंचे थे। 

एटीएस द्वारा दोनों को यूपी एसटीएफ को सौंपा जायेगा और एसटीएफ द्वारा दोनों को यूपी लाकर पूछताछ और आगे की कार्रवाई की जायेगी।
 










संबंधित समाचार