Antilia bomb scare: परमबीर के 'लेटर बम' से सियासी भूचाल, पवार की दिल्ली में बैठक, देशमुख की कुर्सी खतरे में, ताजा अपडेट
मुंबई पुलिस के पूर्व कमीश्नर परमवीर सिंह के पत्र के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में सियासी भूचाल आता दिख रहा है। शरद पवार ने दिल्ली में एक अहम बैठक बुलाई है। डाइनामाइट न्यूज की रिपोर्ट में जानिये इससे जुड़ा ताजा अपडेट
नई दिल्ली: देश के सबसे बड़े उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर विस्फोट केस की जांच के बीच इस्तीफा देने वाले मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के पत्र के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा भूचाल आता दिख रहा है। एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने दिल्ली में दो बड़े एनसीपी नेताओं को तलब किया है, जिनसे वो इस मामले पर बात करेंगे और आगे के लिये निर्णय लेंगे। परमबीर के लेटर बम के बाद एनसीपी नेता और गृहमंत्री अनिल देशमुख पर इस्तीफे के दबाव बनता जा रहा है, जिससे उनकी कुर्सी अब खतरे में पड़ती दिखाई दे रही है। भरतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता मुंबई में रविवार सुबह से ही अनिल देशमुख के इस्तीफे की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
दो दिन पहले ही होम गार्ड विभाग का जिम्मा मिलने के बाद मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे को लिखी चिट्ठी में एनसीपी नेता और राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख पर सचिन वाजे से वसूली करवाने का आरोप है। इस चिट्ठी के अनुसार इसके लिये सचिन वाजे को प्रत्येक माह 100 करोड़ का टारगेट सचिन वाजे को दिया गया था। इन गंभीर आरोपों के बाद अनिल देशमुख पर चारों तरफ से इस्तीफे का दबाव बन गया है, जिससे उनकी कुर्सी डोलती हुई दिख रही है।
परमबीर की चिट्ठी के बाद उठे इस सियासी तूफान को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार में साझेदार एनसीपी के चीफ शरद पवार भी एक्टिव हो गए हैं। ताजा जानकारी के अनुसार शरद पवार ने एनसीपी दो बड़े नेताओं को दिल्ली तलब किया है। शरद पवार ने जिन जो नेताओं को बुलाया है, उनमें उपमुख्यमंत्री अजित पवार और एनसीपी के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल शामिल है।
समझा जाता है कि शरद पवार दिल्ली में अजित पवार और जयंत पाटिल से बैठक करके इस ताजा मामले पर चर्चा करेंगे। बैठक में आगे की रणनीति भी तय की जायेगी। साथ ही गृह मंत्री अनिल देशमुख पर लगे आरोपों पर भी उचित निर्णय इस बैठक में लिया जा सकता है।
अनिल देशमुख पर लगे गंभीर आरोपों के बाद महाराष्ट्र की उद्धव सरकार दबाव में आ गई है। भाजपा समेत विपक्षी पार्टियां अनिल देशमुख के खिलाफ जांच करने और उनके इस्तीफे की मांग कर रही है। पूर्व कमिश्नर के आरोपों पर राज ठाकरे ने कहा कि गृह मंत्री अनिल देशमुख को तुरंत इस्तीफा सौंप देना चाहिये। उनके अलावा कई अन्य नेताओं ने भी गृह मंत्री से इस्तीफे की मांग की है।