मौनी अमावस्याः नदी घाटों पर उमड़ा श्रद्वा का सैलाब, हर.हर गंगे की जयघोष संग श्रद्धालुओं ने लगाई डूबकी

डीएन ब्यूरो

माघ मास की मौनी अमावस्या के दिन शनिवार को नदियों में श्रद्वालुओं ने डूबकी लगाई। स्नान.ध्यान के बाद श्रद्धालुओं ने दान पुण्य व बछिया दान किया। दीपदान कर ब्रह्मा, श्री विष्णु व भगवान शिव की पूजा.अर्चना की। त्रिमुहानी, बैकुण्ठी व नेपाल के त्रिवेणी धाम घाट पर उमड़ा सैलाब। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ पर पूरी खबर

डूबकी लगते श्रद्वालु
डूबकी लगते श्रद्वालु


महराजगंजः माघ मास। मौनी अमावस्या। पूर्वाखाड़ नक्ष़त्र। हर्षण योग की ब्रह्म मुहूर्त में शनिवार को नदियों में श्रद्धालुओं ने हर.हर गंगे की जयघोष संग आस्था की डूबकी लगाई। इस दौरान हर किसी में गंगा माता के प्रति असीम श्रद्धा दिखी। श्रद्धालुओं ने स्नान.ध्यान कर दान.पुण्य कर बछिया दान किया। नदी तट पर शंख ध्वनि संग वैदिक मंत्रोच्चार से माहौल अध्यात्मिक बन गया।

गंगा में दीपदान कर मांगा सुख-समृद्वि
विधि.विधान से श्री ब्रह्मा, श्री विष्णु व महादेव की पूजा.अर्चना की। दीपदान कर सुख समृद्धि मांगा। भक्तों ने माता गंगा की आरती उतारी। भक्तिगीत के सुरलहरियों से पूरा नदी घाट अध्यात्मक के रंग में रंग गया। नदी घाटों पर पुलिस की हर गतिविधियों पर पैनी नजर रही। श्रद्धालुओं संग बच्चों ने मिठाई और गुब्बारा खरीदकर आनंद उठाया। रोहिन नदी के त्रिमुहानी घाट पर भोर से ही भक्तों ने स्नान शुरू कर दिया। पुरोहितों के मंत्रोच्चार से नदी घाट गूंज उठा।  

बछिया दान कर कमाया पुण्य
बैकुण्ठी घाट, बालछत्र घाट, बिरैचा, घुघली व टेढ़वा नदी घाट पर नदी में डूबकी लगाकर श्रद्धालुओं ने भगवान विष्णु की पूजा की। बछिया दान किया। दीपदान कर भगवान शिव से वरदान मांगा। केवलापुर खुर्द के रोहिन नदी स्थित चानकी घाट पर नदी में डूबकी लगाकर सूर्य भगवान को अघ्र्य दी। श्री विष्णु की पूजा कर सुखमय जीवन की कामना किया। राप्ती नदी घाट पर भी श्रद्धा की आस्था उमड़ी। भक्तों ने नदी में स्नान दानकर पुण्य दान किया। गंगा माता की आरती उतारी। भक्ति भजन से नदी घाट का माहौल भक्तिमय हो गया।

नेपाल के त्रिवेणी धाम में उमड़ा आस्था का सैलाब
नेपाल राष्ट्र के त्रिवेणी धाम में रात से ही श्रद्धालुओं का आवागमन शुरू हो गया। ब्रह्म मुहूर्त में श्रद्धालुओं की भीड़ त्रिवेणी धाम के तट पर उमड़ी। देखते ही देखते पूरा तट श्रद्धालुओं से भर गया। सभी ने नदी में डूबकी लगाकर गंगा माता, भगवान विष्णु व सदाशिव से वरदान मांगा। रानीनगर व नेपाल आर्मी कैम्प होते हुए श्रद्धालु त्रिवेणी धाम के लिए पहुंच रहे थे। नेपाल के भुटवल, हेडौरा, अरुण खोला, चोरमारा, नवल परासी आदि क्षेत्रों से भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचकर नदी में स्नान किया। भारतीय क्षेत्र के भी काफी संख्या में श्रद्धालु त्रिवेणी धाम पहुंचकर पूजा अर्चना की। ठाड़ी घाट, पथलहवा में भी श्रद्धा उमड़ी। श्रद्धालु स्नान ध्यान करने के बाद दान किया। श्रद्धालुओं के मंगल गीत ने माहौल को भक्तिमय बना दिया। डांडा नदी स्थित जोगियाबारी घाट पर भारत व नेपाल के श्रद्धालुओं ने डूबकी लगाई।










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