भगवान भरोसे राष्ट्रीयअल्पसंख्यक आयोग.. नही है कोई अध्यक्ष औऱ सदस्य
चौंकाने वाली बात है.. देश का राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग खाली कुर्सियों से चलाया जा रहा है। आयोग में इस समय में कोई अध्यक्ष नही है.. और जो एक मात्र सदस्य हैं वे भी गुरुवार को सेवानिवृत्त हो जाएंगे। अब आप सहज अंदाजा लगा सकते हैं कि देश में संवैधानिक संस्थाएं किस हाल से गुजर रही हैं।
नई दिल्ली: राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग बिना अध्यक्ष नहीं और सदस्य के ही चल रहा है। अल्पसंख्यकों के संवैधानिक और कानूनी अधिकारों की सुरक्षा करने के लिए इस आयोग की स्थापना की गई थी। इसके पूर्व अध्यक्ष हामिद अंसारी रह चुके हैं, जो फिलहाल देश के उप राष्ट्रपति हैं।
आयोग के अंतिम सदस्य गुरुवार को सेवानिवृत्त हो जाएंगे। सरकार ने अभी तक नए अध्यक्ष एवं सदस्यों की नियुक्ति पर कोई फैसला नहीं लिया है। आयोग के पुनर्गठन के बारे में पूछे जाने पर अल्पसंख्यक मामलों के केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि इस मामले में जल्द ही फैसला लिया जाएगा। नकवी ने कहा, "प्रक्रिया जारी है। हमें सदस्यों और अध्यक्ष के कुछ नाम मिले हैं, जिसका फिलहाल मैं खुलासा नहीं कर सकता हूं। लेकिन, यह जल्द ही हो होगा।"
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एनसीएम में अध्यक्ष सहित सात सदस्य शामिल होते हैं और प्रत्येक सदस्य का कार्यकाल तीन साल का होता है।
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सेवानिवृत्त होने वाले सदस्यों के जगह पर सरकार ने नए सदस्यों की नियुक्ति नहीं की। आयोग के अंतिम अध्यक्ष नसीम अहमद थे, जिन्होंने तीन मार्च को अपना कार्यकाल पूरा कर लिया। उन्होंने अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय को नए सदस्यों की नियुक्ति के लिए दो बार खत लिखकर बताया कि बाकी बचे सदस्यों पर काम का बोझ बढ़ता जा रहा है।