बड़ी ख़बर: मेदांता अस्पताल के डाक्टर नरेश त्रेहन की बढ़ी मुसीबत, आये ईडी के निशाने पर, मनी लांड्रिंग का केस दर्ज

गुड़गांव में स्थित चर्चित हॉस्पिटल मेदांता अस्पताल के को-फाउंडर डाक्टर नरेश त्रेहन की मुसीबतें बढ़ गयी है। उनके खिलाफ मनी लान्ड्रिंग का केस दर्ज किया गया है। पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर..

Updated : 10 June 2020, 5:25 PM IST
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नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल के चेयरमैन डॉ नरेश त्रेहन के खिलाफ केस दर्ज किया है। ईडी ने डॉ नरेश त्रेहन के साथ ही 15 अन्य लोगों के खिलाफ मेदांता अस्पताल के लिए भूमि आवंटन के संबंध में रिपोर्ट दर्ज की है। सभी पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं। 

हालांकि मेदांता अस्पताल ने एमडी नरेश त्रेहन ने उनके उपर लगाये गये मनी लॉन्ड्रिंग के समेत सभी आरोपों से इनकार किया है। अस्पताल की तरफ से एक बयान जारी कर कहा गया कि चेयरमैन और बाकी लोगों के खिलाफ लगाए गए आरोप झूठे और निराधार हैं। अस्पताल ने आरटीआई कार्यकर्ता रमन शर्मा पर भी आरोप लगाये हैं। 

गौरतलब है कि आरटीआई कार्यकर्ता रमन शर्मा की शिकायत के बाद ही यह मामला सामने आया। डा नरेश त्रेहन समेत 52 आरोपियों के खिलाफ पुलिस द्वारा शनिवार को एफआईआर दर्ज की गयी थी। यह मामला मनी लॉन्ड्रिंग, भष्टाचार, करोड़ों रूपये के मेडिसिटी प्रोजेक्ट में गड़बड़ी समेत कई आरोपों के चलते दर्ज किया गया है। 

पुलिस ने यह मामला एक आरटीआई कार्यकर्ता रमन शर्मा की शिकायत और कोर्ट के आदेश पर दर्ज किया था। इस शिकायत में कहा गया है कि मेडिसिटी बनाने का मकसद देश में एक इंटरनेश्नल स्तर का अस्पताल स्थापित करना था, जिसमें रिसर्च सेंटर, मेडिकल स्टडीज, हॉस्पिटल, डॉक्टरों कर्मचारियों और उनके परिजनों के आवास जैसी कई सुविधाएं स्थापित की जानी थीं। 

शिकायत के मुताबिक उक्त सुविधाओं से युक्त अत्याधुनिक अस्पताल परियोजना के नाम पर ही मेडिसीटी को जमीन उपलब्ध कराई गयी लेकिन परियोजना के मुताबिक यहां कुछ भी नहीं किया गया और सिर्फ एक अस्पताल बनाया गया, जिसका केवल वाणिज्यिक इस्तेमाल किया जा रहा है। अस्पताल का मकसद आज पैसे कमाने तक सीमित रह गया है। 
 

Published : 
  • 10 June 2020, 5:25 PM IST

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