Budget 2023: मोदी सरकार पर मल्लिकार्जुन खड़गे ने बोला हमला,कहा जनता के घटते विश्वास का सबूत है बजट
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बजट को जनता के घटते विश्वास का सबूत बताते हुए कहा कि यह बजट चुनाव को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है और इसमें न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी और किसान की आय दोगुना करने के उपाय नहीं हैं। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
नयी दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बजट को जनता के घटते विश्वास का सबूत बताते हुए कहा कि यह बजट चुनाव को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है और इसमें न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी और किसान की आय दोगुना करने के उपाय नहीं हैं।
श्री खड़गे ने कहा कि किसान विरोधी, नरेन्द्र मोदी सरकार ने किसानों के लिए बजट में कुछ नहीं दिया है। सरकार ने वर्ष 2022 में किसानों की आय दोगुनी (डबल) करने का वादा किया था, उसको पूरा क्यों नहीं किया।
एमएसपी गारंटी कहाँ है, किसानों की अनदेखी अभी भी चालू है।उन्होंने कहा कि इस बजट में दलित, आदिवासी, पिछड़े वर्ग के कल्याण के लिए कुछ भी नहीं है। उनके अधिकारों की रक्षा करने के लिए एक भी क़दम नहीं है।
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मनरेगा का बजट 38,468 करोड़ रुपए कम कर दिया। तो गरीबों का क्या होगा। शिक्षा और स्वास्थ्य बजट में कोई बढ़ावा नहीं है अपितु कमी की गयी है।बैंकिंग क्षेत्र का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि बैंकिंग क्षेत्र को मोदी सरकार ने बर्बाद कर दिया है।
भगौड़े देश लूट कर भाग गए हैं। तीन लाख करोड़ रुपए का कर्ज जानबूझकर नहीं लौटाया गया है। बैंकों पर 36 लाख करोड़ का एनपीए है। पर बजट में कोई उपाय नहीं बताया गया है। एसबीआई और एलआईसी को जो जोखिम में डाला जा रहा है, उसपर एक शब्द नहीं बोला गया है।उन्होंने कहा कि इस सरकार की नीतियों ने देश की जनता का जीना दुश्वार कर दिया है।
देश की अर्थव्यवस्था को गहरा आघात पहुँचाया गया है। देश की संपत्ति को लूटने के अलावा मोदी सरकार ने कुछ नहीं किया है। इस बजट को ‘नाम बड़े और दर्शन छोटे बजट’ कहेंगे।श्री खडगे ने कहा कि मोदी सरकार का बजट जनता का भाजपा पर लगातार घटते विश्वास का सबूत है।
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ये केवल चुनाव को ध्यान रखकर बनाया बजट है, देश को ध्यान में रखकर नहीं। इस बजट में भयंकर बेरोज़गारी का हल ढूंढ़ने की कोई भी कोशिश नहीं की गयी है। (वार्ता)