

जन सुविधाओं के नाम पर सरकार द्वारा कई तरह की योजनाओं का संचालन किया जा रहे है, लेकिन योजनाओं का हाल क्या है..इसका पता तब चलता है जब आप किसी क्षेत्र का जायजा लेते हैं। सरकारी विभागों की लापरवाही का ऐसा ही एक मामला सामने आया है। पढ़ें, डाइनामाइट न्यूज की स्पेशल रिपोर्ट..
महराजगंज: जल निकासी की व्यवस्था न होने के कारण निचलौल विकास खण्ड परिसर बरसात के पानी के कारण पूरी तरह लबालब हो गया है। परिसर में जल जमाव से लोग परेशान है और बीडीओ समस्या का समाधान करने के बजाये अपने कार्यालय से केवल तमाशा देख रहे है। आश्चर्य की बात यह है कि जब विकास खण्ड परिसर का यह हाल है तो क्षेत्र के गाँवों का क्या हाल होगा?
कहने को तो जन सुविधाओं के नाम पर क्षेत्र में कई योजनाएं चलाई जा रही है लेकिन जमीनी वास्तविकता देखकर लगता है कि सभी अभियान सिर्फ कागजो में चलायाे जा रहे हैं।
पानी में डूबा आवास, बाहर जाते शौच
ब्लॉक परिसर में उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ वीरेंद्र कुमार का आवास है, जो पूरी तरह से जलजमाव का शिकार है। शौचालय भी पानी में डूबा है।
पानी में भीगी दवाई
पशुओं के लिए आई दवाओं का बुरा हाल है। वे पूर्णतया भीग चुकी हैं जो उपयोग लायक नहीं रह गयी। जनता का कहना है कि इस तरह की लापरवाही सरकार को चूना लगाने के अलावा और कुछ नहीं है। अफसर केवल फाइलों में ही सफाई और जल निकासी अबियान चला रहे है और वास्तविक तौर पर लोग कई समस्याओं से जूझ रहे हैं।
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