

महाराष्ट्र सरकार के शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर ने मातृभाषा में शिक्षा के महत्व पर जोर देते हुए बुधवार को कहा कि राज्य सरकार मराठी में उच्च शिक्षा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
ठाणे: महाराष्ट्र सरकार के शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर ने मातृभाषा में शिक्षा के महत्व पर जोर देते हुए बुधवार को कहा कि राज्य सरकार मराठी में उच्च शिक्षा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
केसरकर ने कहा कि सरकार ने इस वर्ष मराठी में इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम शुरू किया है और अगले वर्ष से चिकित्सा शिक्षा में भी ऐसा किया जाएगा।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का प्रतिनिधित्व कर रहे केसरकर यहां मराठी उद्यमियों के लिए आयोजित एक समारोह में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि ज्यादातर देश अपनी मातृभाषा में शिक्षा देते हैं, जो एक अच्छा दृष्टिकोण है।
उद्यमियों से वैश्विक माहौल में ढलने का आग्रह करते हुए केसरकर ने कहा, ‘‘आपको नौकरी देने वाला बनना चाहिए, न कि नौकरी मांगने वाला।’’ उन्होंने कहा कि जर्मनी के पास चार लाख नौकरियां हैं और महाराष्ट्र उनकी जरूरतों को पूरा कर सकता है। उन्होंने कहा, ''निर्यात केवल वस्तुओं का नहीं, बल्कि श्रमशक्ति का भी होना चाहिए।''
मंत्री ने राज्य में उद्योगपतियों से नयी तकनीक अपनाने और देश को गौरवान्वित करने की अपील की। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में देशभर में सर्वाधिक स्टार्ट-अप हैं।
मंत्री ने कहा कि सरकार ने कृत्रिम मेधा (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) को अपनाने की योजना बनाई है और राज्य के दूर-दराज के इलाकों में स्थित विद्यालयों में वेब कैमरे लगाएं हैं ताकि बेहतर तरीके से निगरानी की जा सके।
No related posts found.