महराजगंज: अस्पतालों की मनमानी पर शिकंजा, निजी प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टरों को चेतावनी, देखें नवागत CMO का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू

डीएन संवाददाता

महराजगंज में डॉ. नीना वर्मा के स्थानान्तरण के बाद अयोध्या से आकर सीएमओ का चार्ज संभालने वाले डॉ. दिलीप सिंह के सीएचसी व पीएचसी पर अचानक निरीक्षण करने से स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट



महराजगंजः डॉ. नीना वर्मा को उनके बेहतर कार्यों के कारण प्रमोशन देकर उन्हें लखनऊ की कमान सौंपी गई है। इनके स्थान पर बिजनौर के निवासी एवं अयोध्या में एसीएमओ के पद पर तैनात रहे डॉ. दिलीप सिंह को महराजगंज जनपद में बतौर सीएमओ की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

डाइनामाइट न्यूज की टीम ने नवागत मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. दिलीप सिंह से खास बातचीत की। आइए जानते हैं जनपद के 23वें नवागत सीएमओ डॉ. दिलीप सिंह स्वास्थ्य महकमे में क्या बड़ा फेरबदल करने के मूड में हैं।

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता से बातचीत के क्रम में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. दिलीप सिंह ने बताया कि शासन की मंशा के अनुसार महिला एवं बाल स्वास्थ्य के अलावा बुजुर्गों एवं सामान्य मरीजों के लिए चल रहे राष्ट्रीय प्रोग्रामों पर विशेष रूप से हमारा फोकस रहेगा। इसके अलावा अचानक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर बिना किसी कर्मचारी को बताए निरीक्षण का काम जारी है।

ऐसा करने से कमियां सीधे हमारे सामने उजागर होंगी और उन पर विराम लगाने में भी आसानी होगी। अस्पतालों में दलाल हावी के सवाल पर डॉ. दिलीप सिंह ने कहा कि यह खास बिंदु भी विशेष रूप से टारगेट पर है। इसलिए मैंने सभी स्टाफ को यूनिफार्म में रहने के निर्देश भी दिए हैं। निरीक्षण में यदि बगैर यूनिफार्म कोई मिलता है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।

सरकारी अस्पतालों में आने वाले मरीजों को प्राइवेट अस्पताल ले जाने के सवाल पर डॉ. दिलीप सिंह का कहना है कि मैंने मरीजों के रजिस्टर पर उनकी संख्या को भी जांचा है। जिस सीएचसी व पीएससी में मरीजों की संख्या कम दर्ज होगी वह मेरे खास टारगेट पर रहेंगे। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के निरीक्षक, आशाएं, एएनएम से डिलीवरी को बाहर ले जाने पाए जाने पर उनसे स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। यदि संतोषजनक जवाब नहीं होगा तो कड़ी कार्रवाई होगी। 

यह होंगे बड़े बदलाव 
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. दिलीप सिंह ने बताया कि बारिश में जगह-जगह जलजमाव हो गया है। इसके लिए संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। इन कार्यक्रमों में कृषि विभाग, पंचायतीराज विभाग, नगर पालिका और अन्य 3 से 4 विभागों का सहयोग भी लिया जा रहा है।

टीकाकरण, फॉगिंग के अलावा घर-घर जाकर आशाएं टीवी, एसआईएस, आईएनआई से संक्रमित मरीजों को चिन्हित कर उन्हें जरूरी स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करा रही हैं। ओआरएस आदि दवाओं से लैस जगह-जगह स्वास्थ्य चौकियां भी बनाई गईं हैं। सीएमओ डॉ. दिलीप सिंह ने इंटरव्यू के क्रम में बताया कि बाहरी दवाओं के प्रयोग को पूरी तरह प्रतिबंधित करने के निर्देश सीएचसी व पीएचसी प्रभारियों को दिए गए हैं।










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