महराजगंज: हाल मार्क विद्यालय पर मंडराया मान्यता निरस्त होने का खतरा, प्रबंधक और प्रधानाचार्य के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट, जानिये पूरा मामला

डीएन संवाददाता

महराजगंज नगर में स्थित हाल मार्क के प्रबंधक और प्रधानाचार्य के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है। इसके साथ ही विद्यालय की मान्यता निरस्त करने की फाइल डीएम के पास पहुंच गयी। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज पर पूरी खबर



महराजगंज: नगर पालिका परिषद महराजगंज नगर में स्थित हाल मार्क विद्यालय पर मान्यता रद्द होने का खतरा मंडराने लगा है। बीएसए ने मान्यता रद्द करने का आदेश जारी करने के लिये डीएम के पास फाइल भेज दी है। इस फाइल पर डीएम के हस्ताक्षर होते ही  हाल मार्क विद्यालय पर मान्यता रद्द हो सकती है।

गरीब पर बच्चों की फीस का दबाव
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार नगर के पंत नगर निवासी मदन कुमार मद्देशिया हनुमानगढ़ी पर चाय की दुकान चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण करते है। मदन कुमार ने वर्ष 2018 में शिक्षा का अधिकार (आरटीई) के तहत अपने दो बेटे जय और साईराम मद्देशिया का नामांकन नगर के मऊपाकड़ स्थित हालमार्क विद्यालय में कराया था। नामांकन तो विद्यालय प्रशासन ने कर लिया लेकिन कुछ ही महीनों में विद्यालय उन पर फीस समेत तमाम खर्चों का दबाव बनाने लगा।

स्कूल को दबंगई पड़ी भारी
जानकारी के मुताबिक मदन कुमार अपनी गरीबी के कारण बच्चों की फीस जमा नहीं कर सके। फीस न देने विद्यालय प्रशासन दबंगई दिखाते हुए उनके दोनों बच्चों को परीक्षा में शामिल नहीं होने दिया और विद्यालय से भी दोनों बच्चों वापस कर दिया। बच्चों का नाम काटने पर छात्रों के अभिभावकों ने जिला प्रशासन से शिकायत की। लेकिन हर जगह निराशा ही हाथ लगी। थक हारकर गरीब लाचार पिता ने 12 मई 2023 को वाद दाखिल करते हुए उच्च न्यायालय की शरण ली। जिसमे कोर्ट ने बीएसए, हॉलमार्क विद्यालय के प्रबंधक और प्रधानाचार्य को तलब किया। बीएसए तो हाजिर हो गए लेकिन विद्यालय प्रबंधक और प्रधानाचार्य कोर्ट के सख्त आदेशों को ठेंगा दिखाते हुए हाजिर नहीं हुए। 

हाई कोर्ट ने बीएसए को दिये आदेश
हाई कोर्ट ने इस मामले में विद्यालय के प्रधानाचार्य और प्रबंधक के विरुद्ध वारंट जारी करते हुए विद्यालय की मान्यता निरस्त करने का बीएसए को आदेश दिया। बीएसए ने हॉलमार्क विद्यालय की मान्यता निरस्त करने की संस्तुति के लिये अपनी फाइल डीएम के पास भेज दी है। अब देखने यह होगा कि डीएम विद्यालय की मान्यता निरस्त करते है या फिर मामला रफा-दफा होता है।

इस पूरे प्रकरण पर जब डाइनामाइट न्यूज ने विद्यालय प्रबंधन से हेल्पलाइन नंबर पर बातचीत की तो अजय कुमार ने कहा कि उनको इस मामले की जानकारी नहीं है। इसलिये वे इस बारे में कुछ नहीं सकते।










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