महराजगंज: भुखमरी के कगार पर पहुंचे स्वच्छाग्रही, पांच माह से नहीं मिला वेतन, डीएम से मिलकर लगाई ये गुहार
जमकर काम लिये जाने के बावजूद भी पांच महीनों से वेतन न मिलने के कारण स्वच्छाग्रही भुखमरी के कगार पर पहुंच गये हैं। स्वच्छाग्रहियों ने आज जिलाधिकारी से मुलाकात की। डाइनामाइट न्यूज रिपोर्ट
महराजगंज: पांच माह से वेतन न मिलने के कारण स्वच्छाग्रही भुखमरी के कगार पर पहुंच गये हैं। बकाया वेतन के भुगतान समेत तमाम मांगों को लेकर स्वच्छाग्रहियों ने सोमवार को जिलाधिकारी से मुलाकात की और एक ज्ञापन सौंपा। पंचायती राज विभाग समेत बाबुओं और कर्मचारियों पर भी स्वच्छाग्रहियों ने उत्पीड़न का आरोप लगाया। स्वच्छाग्रहियों का कहना है कि वेतन न मिलने के कारण अब घर पर उनके परिजन भी उन्हें प्रताड़ित करने लगे हैं।
स्वच्छाग्रहियों ने जिलाधिकारी उज्जवल कुमार से मिलकर वेतन की मांग करते हुए लिखित में कहा कि 5 महीनो से वेतन नहीं मिला है। जिले के कई ब्लाकों के स्वच्छाग्रहियों का वेतन कई महीनो से बाकी है। जिसमे प्रति शौचालय 150 रूपया और प्रति जियो टैग फोटो अपलोड करके अलग से 5 रूपया मिलना चाहिए। लेकिन उन्हें उनका भुगतान नहीं किया जा रहा है।
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स्वच्छाग्रहियों का आरोप है कि पंचायती राज विभाग, उसके बाबू, और कर्मचारियों द्वारा उनका उत्पीड़न कर भुगतान में भारी लापरवाही बरती जा रही है। पहले विभाग द्वारा दिवाली का आश्वासन दिया गया था लेकिन भुगतान नही मिला। अब होली पर भुगतान के लिये बोला जा रहा है लेकिन होली करीब है और अभी भी कोई उम्मीद नहीं दिख रहा है।
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स्वच्छाग्रहियों का आरोप है कि ओडीएफ प्लस एकेडमी में जो प्रशिक्षण उनके द्वारा लिया गया है अभी तक उन्हें प्रशिक्षण प्राप्त का सर्टिफिकेट तक नहीं दिया गया है। बार-बुलाकर उन्हें खाली लौटा दिया जाता है। स्वच्छाग्रहियों का कहना है कि विभाग द्वारा उनसे काम तो खूब कराया जाता है लेकिन 5 महीनो से पैसा नही दिया जा रहा है।
जिलाधिकारी से वेतन दिलाने की मांग को लेकर मिलने वाले लोगों में ऋतु गुप्ता, परमवीर वर्मा, प्रेम चंद, विपिन, वशिष्ठ,सतीश, समेत कई शामिल रहे।