

महराजगंज पुलिस ने स्वर्ण व्यवसायी संजय वर्मा को गोली मारने के सनसनीखेज मामले का खुलासा करते हुए इस केस में ऐसे शातिरों को गिरफ्तार किया, जो कई मामलों में वांछित चल रहे थे। डाइनामाइट न्यूज़ की इस एक्सक्लूसिव रिपोर्ट में पढ़ें किस तरह और क्यों मारी गयी स्वर्ण व्यवसायी को गोली..
महराजगंज: पुलिस ने फरेंदा थाना क्षेत्र में स्वर्ण व्यवसायी संजय वर्मा को गोली मारने के मामले का खुलासा करते हुए दो शातिरों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये गये दोनों आरोपी कई अन्य आपराधिक मामलों में भी वांछित चल रहे थे। गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने एक बिना नंबर की बाइक, एक पिस्टल समेत 9 एमएम कारतूस भी बरामद की है। घटना में इस्तेमाल पिस्टल को भी पुलिस द्वारा बरामद कर लिया गया है।
पुलिस ने इस सनसनीखेज गोलीकांड का खुलासा करते हुए बताया कि गिरफ्तार किये गये दोनों आरोपियों ने लूट में असफल होने पर स्वर्ण व्यवसाई को गोली मारी थी। गोली लगने के बाद स्वर्ण व्यवसायी संजय वर्मा बुरी तरह घायल हो गये थे, जिनका अभी भी इलाज चल रहा है।
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इस मामले का खुलास करते हुए अपर पुलिस अधीक्षक आशुतोष शुक्ला ने बताया कि घटना को अंजाम देने से एक हफ़्ते पहले तक आरोपियों द्वारा स्वर्ण व्यवसायी की रेकी की गयी। घटना वाले दिन भी बदमाश लूट के इरादे से ही आये थे। आरोपी जब लूट में सफल नहीं हो सके तो बदमाशों ने स्वर्ण व्यवसायी को 3 गोली मार दी। गोली मारने का उद्देश्य व्यवसायी की हत्या करना था।
गिरफ्तार किये गए दोनों अभियुक्तों की पहचान रणधीर उर्फ़ जानू यादव पुत्र शिवमूरत निवासी दोहरिया थाना चिरुआताल (गोरखपुर) और अजीत सिंह पुत्र राममूरत सिंह निवासी परसिया इंद्रपुर थाना श्यामदेउरवा (महराजगंज) के रूप में की गयी।
पुलिस ने गोली मारने में प्रयुक्त पिस्टल को भी आरोपियों के कब्जे से बरमाद कर लिया है। पुलिस के मुताबिक आरोपी इसके पहले भी दर्जनों मामले में वांछित चल रहे हैं। दोनों आरोपियों से पूछताछ जारी है।
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