DN Exclusive: महराजगंज में मृत महिला के नाम पर मनरेगा मजदूरी का भुगतान, अब गड़बड़झाले के डैमेज कंट्रोल में जुटे सभी आरोपी, जानिये पूरा मामला

डीएन ब्यूरो

महराजगंज में भ्रष्टाचारियों ने मनरेगा के नाम पर मृतक महिला को भी नहीं बख्शा गया। मृतक महिला के खाते में भी मजदूरी का पैसा डाल दिया गया। इस गंभीर मामले में बीडीओ समेत कई की भूमिका संदिग्ध है। पढ़ें पूरी खबर

बृजमनगंज ब्लॉक में मनरेगा मजदूरी में गड़बड़झाला
बृजमनगंज ब्लॉक में मनरेगा मजदूरी में गड़बड़झाला


महराजगंज: जिले के ब्लॉकों में चलने वाली विभिन्न योजनाओं में धांधली का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। आलम यह है कि भ्रष्टाचारियों ने मनरेगा के नाम पर मृतक महिला को भी नहीं बख्शा और उसके खाते में भी मजदूरी का पैसा डाल दिया गया। जिले के बृजमनगंज ब्लॉक में यह हैरान करने वाला कारनामा प्रकाश में आया था लेकिन मामला ठंडे बस्ते में जाता लग रहा है, जिससे भ्रष्ट अधिकारियों के मनोबल में इजाफा होना लाजमी है। 

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बृजमनगंज ब्लॉक के अधिकारियों की लापरवाही समेत ग्राम प्रधान, सेक्रेटरी और रोजगार सेवक ने मिलकर मृतक के खाते मे मनरेगा का पैसा डाला था। डाइनामाइट न्यूज द्वारा इस गंभीर मामले की रिपोर्टिंग करने के बाद प्रधान, सेक्रेटरी, रोजगार सेवक की लापरवाही और मिलीभगत भी उजागर हुई थी। खबर प्रकाशित होने के बाद अब बृजमनगंज ब्लॉक में मामले को मैनेज करने का खेल शुरू हो गया है। कोई भी अधिकारी गांव में जाकर जमीना तौर पर सत्यता को जांचने के बजाये सिर्फ अभिलेखों के आधार पर जांच कर रहे हैं। ऐसे में उम्मीद है कि मामले में हवा हवाई रिपोर्ट लगा दी जाएगी।

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इस मामले में ग्राम सभा गोपालपुर निवासी मैनुद्दीन ने मुख्यमंत्री पोर्टल, सीडीओ महराजगंज को पत्र भेजकर घोटालेबाज प्रधान, रोजगार सेवक और ब्लॉक के भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। लेकिन अभी तक दोषियों के खिलाफ किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं हुई।  

जानकारी अनुसार बृजमनगंज ब्लॉक के गोपालपुर ग्राम के अहिरौली टोला निवासी मैनुद्दीन पुत्र नेवास अली ने मुख्यमंत्री,सी डीओ को पत्र भेजकर आरोप लगाया कि ग्राम के प्रधान पूनम यादव पत्नी कृपाशंकर व सेक्रेटरी रामपाल यादव ने मिलकर SN no.132075 इंद्रावती पत्नी शिवराज ग्राम पंचायत गोपालपुर टोला महाव में राजेन्द्र के खेत से खेमई के खेत तक चकबंध पर मिट्टी कार्य करने के एवज में 7/6/2021 को मनरेगा मजदूरी के रूप में 2652 रुपए पेमेंट किया गया है, जबकि इन्द्रवती पत्नी शिवराज की मार्च 2021 में ही मृत्यु हो चुकी है और शिवराज की भी मृत्यु हो चुकी है। मृत महिला के खाते में पैसा डाल दिया गया है। 7/6/2021 से 20/6/2021/1322 ,1/7/2021 तथा डोंगल 315200WL004872 से 2652 रुपए मृतक के खाते में पैसा डाल दिया गया। 

इस बात की जानकारी सामने आने और शिकायत करने के बाद प्रधान और ब्लॉक के कर्मचारी ने मामलों को डैमेज कंट्रोल करने के लिए मृतक महिला को 26 जून में मृत्यु दिखाकर फर्जी तरीके से 15 जुलाई को मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर दिया और गांव के कई लोगों को झूठ बोलकर व गुमराह कर दस्तखत भी करवा लिए। जबकि गांव के लोगों का कहना है कि मृतक महिला इन्द्रवती की मृत्यु अप्रैल के पहले हुई। फिर जुलाई में क्यों प्रमाण पत्र जारी किया गया?  गांव वालों का कहना है कि महिला इंद्रावती की मृत्यु अप्रैल से पहले हुई थी।

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इस मामले में डाइनामाइट न्यूज के पूछे जाने पर बीडीओ स्वेता मिश्रा ने बताया की डीसी मनरेगा मामले की जांच कर रहे हैं। जब डाइनामाइट न्यूज़ ने डीसी मनरेगा अनिल कुमार चौधरी से फोन पर बात की तो उन्होंने बताया कि अभी जांच पूरी नहीं हुई है। उन्होंने कहीं अन्य जगह व्यस्त होना बताकर मामले पर ज्यादा बात नहीं की। 










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