एयरपोर्ट पर अमित शाह को रिसीव किया विधायक प्रेम सागर पटेल ने.. क्या हैं इसके मायने?

जय प्रकाश पाठक

यूपी के महराजगंज जिले में दो धड़ों में बंटी सत्तारुढ़ भाजपा के खेमे में बुधवार को खासी हलचल रही। वजह बने हैं सिसवा विधानसभा के विधायक प्रेम सागर पटेल। डाइनामाइट न्यूज़ की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट..



लखनऊ: बुधवार को भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह सूबे की राजधानी के दौरे पर थे। 

जब भी वे शहर में आते हैं तो सामान्य तौर पर पार्टी संगठन और सरकार से जुड़े सभी वरिष्ठतम चेहरे अपने अध्यक्ष की अगवानी के लिए जाते हैं। 

 

अमौसी एयरपोर्ट पर सुबह जब शाह का चार्टर्ड प्लेन उतरा तो उनको रिसीव करने कई बड़े चेहरे पहुंचे।

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इनमें सीएम योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य व दिनेश शर्मा, प्रदेश संगठन के मुखिया महेन्द्र पांडेय, काबीना मंत्री सूर्य प्रताप शाही, सिद्दार्थ नाथ सिंह, बलदेव सिंह औलख, मोहसिन रजा जैसे बड़े नाम शामिल हैं।

 

हर बार की तरह इस बार भी यह स्वागत सामान्य बात है लेकिन गौर करने वाली बात यह है कि दर्जन भर लोगों की इस भीड़ महराजगंज जिले की सिसवा विधानसभा के विधायक प्रेम सागर पटेल भी शामिल रहे।

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अमूमन एयरपोर्ट पर पीएम और राष्ट्रीय अध्यक्ष को रिसीव करने का मौका बेहद गिने-चुने लोगों को मिल पाता है। इनमें सीएम, डिप्टी सीएम, प्रदेश अध्यक्ष और रसूखदार मंत्री शामिल होते हैं।

साधारण रसूख वाले मंत्री और विधायक तो एयरपोर्ट की देहरी भी नही लांघ पाते। सामान्य मंत्रियों और विधायकों को मोदी और शाह से संगठन की बैठकों के दौरान वन-टू-वन दुआ-सलाम ही नसीब हो जाये तो बहुत बड़ी बात होती है।                                                         

प्रेम सागर का शाह को रिसीव करना प्रदेश के लिहाज से कोई मायने नही रखता लेकिन जिले की इलाकाई राजनीति में इसके कई खास मायने हैं।

जैसे ही विधायक की इस मुलाक़ात की खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर वायरल हुई.. जिले में दो गुटों में बंटी भाजपा में काना-फूसी का दौर शुरु हो गया.. कि आखिर प्रेम सागर के इस सियासी मुलाक़ात के मायने क्य़ा है? क्या जिले की राजनीति में इसके कोई दूरगामी संकेत हैं?

जो भी हो प्रेम सागर ने इस बात को तो पुख्ता कर दिया कि वे राष्ट्रीय अध्यक्ष के वन-टू-वन संपर्क में हैं। जो कभी भी उनकी सियासी किस्मत को संवार सकता है। यही नही वे सीएम योगी की गुडबुक में भी माने जाते हैं।

अब बड़ा सवाल यह है कि प्रेम सागर क्या दूसरे गुट पर आने वाले समय में भारी पड़ेंगे? 

डाइनामाइट न्यूज़ के महराजगंज संवाददाता शिवेन्द्र चतुर्वेदी के मुताबिक अभी पिछले महीने ही कृषि विभाग के एक अफसर को पंचम तल के सहारे विधायक ने दिन में तारे दिखा दिये थे वह भी तब जब दूसरा धड़ा हर हाल में इस अफसर को बचाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया था। 

प्रेम सागर के दिमाग में क्य़ा चल रहा है और वे आने वाले समय में सियासी रुप में कितना सफल हो पायेंगे.. यह तो आने वाला वक्त ही बतायेगा..
 










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