Mauni Amavasya 2021: मौनी अमावस्या पर महराजगंज के झूलनीपुर में फंसे लाखों श्रद्धालु, त्रिवेणी मेला भी स्थगित, SSB सख्त, जानिये ये बड़ी वजह

त्रिवेणी मेला और मौनी अमावस्या के लिये जाने वाले लाखों श्रद्धालु झूलनीपुर में फंस गये हैं। एसएसबी ने नेपाल में प्रवेश पर रोक लगा दी है। डाइनााइट न्यूज की इस रिपोर्ट में जानिये इन सबकी खास वजह

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 10 February 2021, 7:33 PM IST
google-preferred

महराजगंज: मौनी अमावस्या की पूर्व संध्या पर लाखों श्रद्धालु झूलनीपुर में फंसे गये हैं। एसएसबी द्वारा नेपाल में प्रवेश पर रोक लगाये जाने के कारण बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के फंसने से अफरा-तफरी जैसा माहौल हो गया है। सीमा सील होने के कारण एसएसबी द्वारा श्रद्धालुओं को आगे जाने की इजाजत नहीं दी जा रही है। श्रद्धालुओं में शासन के खिलाफ गहरा रोष भी दिखाई दे रहा है, क्योंकि उन्हें इस बात की पहले उचित तरीके से जानकारी नहीं दी गई।

भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा का कड़ा पहरा

इस वजह से मेला और सीमा बंद

मौनी अमावस्या के खास मौके पर नेपाल के नवलपरासी जिले के त्रिवेणी धाम में लगने वाला प्रसिद्ध मेला इस बार स्थगित कर दिया गया है। कोविड-19 के चलते प्रशासन द्वारा इस बार मेले के आयोजन को इजाजत नहीं दी है और यही कारण है कि मौनी अमावस्या पर आने वाले श्रद्धालुओं को एसएसबी द्वारा आगे नहीं जाने दिया जा रहा है। एसएसबी ने सीमा को पूरी तरह बंद कर दिया है, जिससे श्रद्धालुओं में काफी अफरा-तफरी और नाराजगी है।

अफरा-तफरी का माहौल

नेपाल-भारत सीमा सील होने की जानकारी न होने के कारण दूरदराज के लोग भी झूलनीपुर पर पहुंच गये थे, जहां से ये लोग त्रिवेणी जाने के लिए एकत्रित होने लगे। लेकिन तभी एसएसबी के अफसरों ने उन्हें सीमा सील होने की जानकारी दी और उन्हें आगे जाने से रोक दिया गया, जिससे उनमें अफरा-तफरी मची हुई है।

एसएसबी ने की ये खास अपील

एसएसबी ने श्रद्धालुओं को बताया कि कोरोना के चलते लोगों को आने-जाने की परमिशन नहीं है। एसएसबी ने सभी लोगों से अपने अपने घर लौट जाने की अपील की। उधर त्रिवेणी धाम में भी प्रशासन द्वारा मेले के आयोजन पर रोक लगा दी है। पथलाहवा के तरफ जाने वाले रास्तों को एसएसबी पथलाहवा के द्वारा नेपाल प्रवेश पर रोकने का कार्य किया गया।