महराजगंज: चौक बाजार में महंत अवैधनाथ की मूर्ति अनावरण कार्यक्रम में विधायकों में मची कुर्सी की ग़फ़लत, VIDEO

डीएन ब्यूरो

महराजगंज के चौक बाजार में महंत अवैधनाथ की मूर्ति अनावरण को लेकर रक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में विधायकों में मंच पर लगी कुर्सी मे बैठने को लेकर ग़फ़लत मची रही। देखिये वीडियो और पढ़िये पूरी रिपोर्ट



महराजगंज: चौक बाजार में कल शुक्रवार को आयोजित महंत अवैधनाथ की मूर्ति अनावरण कार्यक्रम के दौरान मंच पर लगी कुर्सियों में विराजमान होने के लिये कुछ विधायकों में भारी ग़फ़लत देखी गई। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी के इस कार्यक्रम में अपनी कुर्सी पर कब्जा देख एक विधायक तो मंच से ही उतरते देखे गये, जिन्हें बाद में व्यवस्थापकों ने फूल दिये और जैसे-तैसे गफलत के माहौल को ठीक किया।

मुख्य कहानी पर आने से पहले हम आपको बता दें कि कल चौक में ब्रह्मलीन महंत अवैधनाथ के मूर्ति अनावरण कार्यक्रम में तीन मंच लगे थे। पहला मंच जनप्रतिनिधियों के लिए बना था जबकि बीच में मुख्य अतिथियों के मंच बनाया गया था और लास्ट में कार्यक्रम संचालन करने और सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश करने वालों के लिये मंच बनाया गया था।  

इस कार्यक्रम के दौरान जो कुछ हुआ, उसका हम आपको आंखों देखा हाल बता देते हैं। दरअसल, विधायक जय मंगल कन्नौजिया, ज्ञानेंद्र सिंह, बजरंग बहादुर सिंह, प्रेम सागर पटेल और निर्दल विधायक अमन मणि त्रिपाठी भी इस कार्यक्रम में पहुंचे थे। इस कार्यक्रम में विधायकों के पहुंचने का सिलसिला अभी शुरू ही हुआ था कि निर्दल विधायक अमन मणि मंच पर थोड़ा जल्दी पहुंच गए। तभी यहाँ लगी कुर्सी पर बैठने की गफलत शुरु हो गई। 

हुआ यूं कि कार्यक्रम में पहले पहुंचे अमन मणि त्रिपाठी डायस (मंच) के बगल में लगी एक कुर्सी पर जाकर बैठ गए थे, जबकि उस कुर्सी पर सिसवा के बीजेपी विधायक प्रेम सागर पटेल के नाम की पर्ची लगी थी। इनके बैठने के बाद जब प्रेम सागर पटेल मंच पर पहुंचे तो वहां अपने नाम की कोई कुर्सी नहीं देख मंच से नीचे उतर गए। क्योंकि उनकी कुर्सी पर अमन मणि त्रिपाठी बैठ चुके थे और उनके नाम का स्टीकर अमन मणि के बैठने के कारण छुप चुकी थी। 

मंच पर अपनी नाम की कुर्सी न देख प्रेम सागर पटेल को मंच से उतरता देख व्यवस्थापकों में भी हलचल मच गई। व्यवस्थापकों ने फौरन मामले को संभालने की कोशिश की और फूल लेकर प्रेम सागर पटेल के पास पहुंचे। व्यवस्थापकों ने मुस्कुराते हुए उन्हें फूल दिये और उन्हें उनकी कुर्सी की तरफ इशारा किया। विधायक अमन मणी के लिए दूसरी कुर्सी दिखायी गयी, जिसके बाद दोनों विधायकों ने अपनी-अपनी कुर्सी पर आसन ग्रहण किया। लेकिन दो विधायकों की कुर्सी की गलतफहमी देख बगल मे बैठे तीन विधायक मजे लेकर मंद-मंद मुस्कुराते देखे गये।










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