महराजगंज: सरकारी धान क्रय केंद्र पर बोरे के अभाव में तौल बंद, साहूकारों को धान बेचने को मजबूर किसान

महराजगंज के सरकारी धान क्रय केंद्र पर जमकर मनमानी के चलते स्थानीय किसान बेहाल हैं। जगह और बोरे के अभाव में यहां तौल बंद है। समिति की मनमानी के कारण लोगों में भारी आक्रोश है। पढिये, डाइनामाइट न्यूज की स्पेशल रिपोर्ट

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 21 November 2020, 5:51 PM IST
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कोल्हुई (महराजगंज): सरकार के लाख निर्देशों के बावजूद सरकारी धान क्रय केंद्र वाले अपनी मनमानी से बाज नहीं आ रहे है। जिले के कोल्हुई के परसौना में स्थित सहकारी समिति पर धान क्रय के लिए किसानों को यह कहकर वापस भेजा रहा है कि केंद्र पर बोरी और जगह दोनों की कमी के कारण तौल बंद है। केंद्र की इस मनमानी के कारण किसानों का हाल बेहाल हो गया है।

डाइनामाइट न्यूज की टीम ने जब सहकारी समिति का निरीक्षण किया तो परसौना  सहकारी समिति के बोर्ड पर एक सूचना लिखी मिली। बोर्ड पर लिखा था कि  "जगह और बोरे के अभाव में तौल बंद है"। जबकि सरकार की तरफ से सख्त निर्देश दिए गए है कि कहीं भी बोरे के अभाव में धान क्रय नहीं रुकना चाहिए।

डाइनामाइट न्यूज ने जब मौके पर मौजूद एक किसान से पूछताछ की तो किसान ने बताया कि वो पिछले कई दिनों से धान क्रय केंद्र का चक्कर लगा रहा है। हर बार उसे बोरे का अभाव बताकर धान क्रय केंद्र से लौटा दिया जाता है।

डाइनामाइट न्यूज ने जब इस सम्बन्ध में क्षेत्रीय विपणन अधिकारी मनोज कुमार दुबे से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि धान क्रय केंद्र पर बोरे की किसी भी प्रकार की कमी नहीं है। जगह की कमी की वजह से ऐसी दिक्कत आ रही है। उन्होंने साफ किया कि क्रय केंद्र को हमने साफ निर्देश दिए है कि बोरे की कमी न होने पाए।

इस संबंध में डाइनामाइट न्यूज ने जब सहकारी समिति के सचिव गजेन्द्र चौबे से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि जगह की कमी की वजह से बोरे की कमी हो रही है। उठान होते ही मिलर से बोरे की उपलब्धता हो जाएगी। जबकि किसान बोरे के अभाव में अपना धान कम दामों पर साहूकारों को बेचने पर मजबूर है।