महराजगंज: पुरंदरपुर क्षेत्र में दो पक्षों में जमकर मारपीट, डेढ़ दर्जन लोगों के खिलाफ मुक़दमा, डाइनामाइट न्यूज पर ग्राउंड जीरो से देखिये पूरा विवाद

डीएन संवाददाता

महराजगंज जनपद के पुरंदरपुर थाना क्षेत्र में दो पक्षों में जमकर मारपीट का मामला सामने आया है। पुलिस ने इस घटना में 18 लोगों के खिलाफ मुक़दमा दर्ज कर लिया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट



पुरंदरपुर (महराजगंज): पुरंदरपुर थाना क्षेत्र के सिसवनिया विशुन गांव में शनिवार को दो पक्षों में जमकर मारपीट हुई। इस घटना में 18 लोगों पर पुलिस ने मुक़दमा दर्ज कर लिया है। दोनों पक्ष एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। पुलिस मामले में आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है। विवाद की असली जड़ समझने डाइनामाइट न्यूज़ टीम गांव में पहुंची और दोनों पक्षों समेत ग्रामीणों से बातचीत की।   

मामले में एक पक्ष के रामसहाय पांडे ने पुलिस की दी गई तहरीर में आरोप लगाया है कि पुराने विवाद को लेकर 20 जून को दूसरे पक्ष के लोगों ने उनके घर के दरवाजे पर पटाखा फोड़ा और उनका नाम लेकर गाली दे रहे थे। लेकिन मना करने पर दूसरे पक्ष के लोगों ने घर के दरवाजे पर चढ़कर उनके भतीजे और परिवार के लोगों के साथ मारपीट की। 

डाइनामाइट न्यूज की टीम ने ग्राउंड जीरो पर जाकर दोनों पक्षों के लोगों से बात की। घटना की मुख्य जड़ कोटे को लेकर विवाद होना सामने आया। गांव के लोगों से पता चला कि दोनों पक्षों में कई महीनों से कोटे को लेकर आरोप प्रत्यारोप चल रहा था, जिसको लेकर दोनों पक्षों मे तनातनी चल रहीं थीं।

रामसहाय के पक्ष का बयान
डाइनामाइट न्यूज की टीम ने एक पक्ष के रामसहाय पांडे के भतीजे रोहित ने डाइनामाइट न्यूज को बताया कि घटना का जड़ कोटे को लेकर है। दूसरे पक्ष ने गुटबंदी करके झूठा आरोप लगाकर उनके कोटे को निरस्त करवा दिया। फिर भी हम लोग शांति से अपने घर में थे लेकिन 20 जून को दसरे पक्षे को लोगों ने उनके घर के सामने पटाखा फोड़ा और गुटबंदी कर घर के दरवाजे पर चढ़कर उनसे मारपीट की।

कृपाशंकर के पक्ष का बयान
डाइनामाइट न्यूज को दूसरे पक्ष के कृपाशंकर ने बताया कि कोटे में धांधली को लेकर शिकायत की गई थी। जिसमें कोटे को निरस्त कर दिया गया। जिसको उन्होंने झूठा मुक़दमा लिखवाया है। कृपा शंकर ने बताया कि 20 जून को गांव में किसी की बर्थडे पार्टी थी। वहां किसी बच्चे ने पटाखा फोड़ दिया था। जिसको लेकर झूठ में विवाद किया गया, जो आरोप लगाया है वो झूठा है और पुलिस ने फर्जी मुक़दमा लिखा है। उनका कहना है कि हम लोगों की तहरीर पर पुलिस ने कोई सुनवाई नहीं कर रही है।

 










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