महराजगंज: गौहरपुर में रोहिन नदी के टूटे बंधे की मरम्मत में विभाग की बड़ी लापरवाही, ग्रामीणों में भारी आक्रोश, देखिये ग्राउंड जीरो से खास रिपोर्ट

डीएन ब्यूरो

गौहरपुर में रोहिन नदी का बंधा टूटने के बाद अब ग्रामीणों के जख्मों पर अब बंधे की मरम्मत करके मर्रहम लगाने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन मरम्मत कार्यों में सिंचाई विभाग की भारी अनियमितताएं बरते जाने की बात सामने आयी है। डाइनामाइट न्यूज ने ग्राउंड जीरे पर पहुंचकर मामले की पड़ताल की तो विभाग के खिलाफ ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा। स्पेशल रिपोर्ट



महराजगंज: लक्ष्मीपुर ब्लॉक के गौहरपुर में रोहिन नदी का बंधा टूटने की घटना को एक सप्ताह हो चुका है। बंधा टूटने से यहां के कई गांव और बड़ी आबादी प्रभावित हुई। बांध टूटने के बाद कई मुसीबतें झेल चुके ग्रामीणों के जख्मों पर अब बंधे की मरम्मत करके मर्रहम लगाने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन मरम्मत कार्यों में सिंचाई विभाग द्वारा जिस तरह की अनियमितताएं बरती जा रही है, उससे ग्रामीणों का आक्रोश सातवें आसमान पर है। ग्रामीणों ने सिंचाई विभाग पर मरम्मत कार्य में लापरवाही का गंभीर आरोप लगाया। हालांकि सिंचाई विभाग के जेई विनोद कुमार ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि कार्य सही तरीके से किया जा रहा है।

डाइनामाइटड न्यूज टीम आज मरम्मत कार्य की पड़ताल के लिये रोहिन नदी के तटबन्ध गौहरपुर गाँव के उस स्थान पर पहुंची, जहां बंधा पिछले हफ्ते टूट गया था। इससे करीब दर्जन भर गांव पूरी तरह से प्रभावित हुए। अब इस बंधे की मरम्मत में भारी गोल माल वाली नीति अपनाई जा रही और सिंचाई विभाग द्वारा जबरदस्त अनियमितताएं बरती जा रही है। सिंचाई विभाग ने पिछली बार कहा था कि यह बंधा उनके क्षेत्राधिकार में नहीं आता लेकिन अब बंधे का मरम्मत कार्य सिंचाई विभाग द्वारा ही किया जा रहा है। ऐसे में बंधे टूटने की जिम्मेदारी से सिंचाई विभाग का पल्ला झाड़ना के पीछे की मंशा आसानी से समझी जा सकती है।

डाइनामाइट न्यूज़ ने इस बंधे के टूटने की खबर को सबसे पहले चलाया था। आज मौके डाइनामाइट न्यूज़ की टीम जब पहुंची तो माजरा कुछ और नजर आया। यहां मानक के अनुरूप बंधे का काम नहीं कराया जा रहा है। मरम्मत कार्य में खर-पतवार, बॉस-बल्ली, झाड़-पात और पेड़ों की टहनियां काटकर मरम्मत कार्य में भारी लापरवाही बरती जै रही है।

घटिया मरम्मत कार्य को लेकर यहां के लोगों का कहना है कि सिंचाई विभा द्वारा पैसों की बंदरबाट कर बांध का मरम्मत कराया जा रहा है बंधे की मरम्मत में अंधेरगर्दी देख ग्रामीणों में जबरदस्त आक्रोश है। ग्रामीणों ने डाइनामाइट न्यूज़ पर सिंचाई विभाग के भ्रष्टाचारी अफसरों का पोल खोलते हुए कहा कि यदि सिंचाई विभाग के कार्यों में घपला न होता तो बंधा कभी नहीं टूटता। बंधा अक्सर हर साल टूटता है। टूटने के लिये ही इस बनाया जाता है ताकि अगले साल फिर मरम्मत के बजट की बंदरबांट हो सके। यह सिलसिला चलता रहता है। 

ग्रामीणों के इन आरोपों पर जब डाइनामाइट न्यूज ने मौके पर जेई विनोद कुमार से जानकारी औऱ विभागीय पक्ष जानना चाहा तो जेई विनोद कुमार ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि कार्य सही तरीके से किया जा रहा है। बांध के उच्चीकरण का प्रस्ताव शासन को भेजा जायेगा और बजट आवंटित होने पर इसे ऊंचा किया जायेगा। फिलहाल मरम्मत कार्य सही तरीके से किये जा रहे हैं और सभी आरोप गलत हैं। 










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